कोलकाता, 15 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल भाजपा ने बुधवार को चुनाव आयोग (ईसी) से संपर्क कर नामांकन पत्र में गंभीर खामियों के आधार पर तृणमूल कांग्रेस के दो उम्मीदवारों का नामांकन रद्द करने की मांग की है। बुधवार दोपहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, भाजपा के राज्य महासचिव जगन्नाथ चटर्जी ने कहा कि सबसे पहले कोलकाता-दक्षिण से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार माला रॉय हैं, जो उसी निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा सांसद भी हैं।
उन्होंने कहा कि सांसद होने के अलावा वह कोलकाता नगर निगम की अध्यक्ष भी हैं। इस कार्यालय को ”लाभ का कार्यालय” माना जाता है। उन्होंने इस बार पद से इस्तीफा दिए बिना ही अपना नामांकन दाखिल किया था। चटर्जी ने कहा, “अगर वह कहती हैं कि वह केएमसी के अध्यक्ष के रूप में कोई वेतन नहीं ले रही हैं, तो भी वह ”लाभ के पद” के दायरे से बाहर नहीं होंगी।”
तृणमूल कांग्रेस के दूसरे उम्मीदवार, जिनका नामांकन रद्द करने की भी राज्य भाजपा ने मांग की है, वे उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट लोकसभा से सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार हाजी नुरुल इस्लाम हैं। वे 2009 से उसी निर्वाचन क्षेत्र से 2014 तक तृणमूल कांग्रेस के सांसद थे।
चटर्जी के अनुसार, नामांकन दाखिल करने वाले किसी भी व्यक्ति और जो पहले किसी भी सरकारी, विधायी या संसदीय पद पर रहा हो, उसे अपने नामांकन के साथ पिछले 10 वर्षों से सरकार से “कोई बकाया नहीं प्रमाण पत्र” प्रस्तुत करना होगा।
हालांकि, हाजी नुरुल इस्लाम ने ”नो ड्यूज सर्टिफिकेट” जमा नहीं किया है। यदि आपको याद हो तो बीरभूम लोकसभा क्षेत्र के लिए हमारे पहले उम्मीदवार, देबाशीष धर, एक पूर्व भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी, का नामांकन रद्द कर दिया गया था क्योंकि वह राज्य सरकार से ”नो ड्यूज सर्टिफिकेट” भी नहीं दिखा सके थे इसके बाद हमें अपना उम्मीदवार बदलना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि भाजपा पहले ही रॉय और इस्लाम के नामांकन में इन कमियों को इंगित करते हुए चुनाव आयोग से संपर्क कर चुकी है। चटर्जी ने कहा कि हम भारत के सर्वोच्च न्यायालय सहित मामले में हर जगह जाएंगे।
रिपोर्ट लिखे जाने तक इस मुद्दे पर माला रॉय, इस्लाम या किसी अन्य तृणमूल कांग्रेस नेता की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा