रांची, 13 मई (हि.स.)। झारखंड हाई कोर्ट में धनशोधन मामले के आरोपित जेल में बंद ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में चार्टर्ड अकाउंटेंट हृदया नंद तिवारी की अग्रिम जमानत याचिका की सुनवाई सोमवार को हुई। मामले में कोर्ट ने ईडी को चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 21 जून को होगी।
ईडी ने टेंडर कमीशन घोटाले में 22 फरवरी, 2023 को वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था। इनके तीन सहयोगियों नीरज मित्तल, ताराचंद गुप्ता एवं राम प्रकाश भाटिया को भी ईडी ने इस मामले में गिरफ्तार किया है। हृदया नंद तिवारी ने ही चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल से वीरेंद्र राम को मिलवाया था। मुकेश मित्तल के ऑफिस में हृदया नंद तिवारी काम करता था।
ईडी की टीम ने वीरेंद्र राम की 39.28 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की थी। जब्त की गई संपत्ति वीरेंद्र द्वारा टेंडर में कमीशन से उगाही अर्जित की गई है।