देहरादून, 11 मई (हि.स.)। फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का दून पुलिस ने शनिवार को भंडाफोड़ किया है। एसओजी तथा पटेलनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर संचालक महिला समेत दो ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही कॉल सेंटर में काम कर रहे आठ युवती समेत 15 लोगों को 41 सीआरपीसी का नोटिस दिया है। पूछताछ में प्रकरण से जुड़ी और भी कड़ियां सामने आई हैं, जिसके संबंध में कार्रवाई की जा रही है।
दरअसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह को पटेल नगर क्षेत्र में महंत इंद्रेश अस्पताल के पास रिद्धिम टॉवर में अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर संचालित होने तथा कॉल सेंटर के माध्यम से विदेशी लोगों को कॉल कर उनसे ठगी किए जाने की सूचना मिली थी। इस पर एसएसपी ने तत्काल कार्रवाई के लिए क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में एसओजी देहरादून व पटेलनगर पुलिस की संयुक्त टीम का गठन किया।
टीम ने शनिवार को उक्त अवैध कॉल सेंटर पर दबिश दी तो मौके पर रिद्धिम टावर के प्रथम तल पर बने एक बड़े हॉल में कुछ युवक-युवतियां लैपटॉप व कम्प्यूटर के सामने बैठकर हेडफोन लगाकर कॉल पर बात कर रहे थे, जो स्वंय को माइक्रोसॉफ्ट ऑनलाइन सपोर्ट कंपनी का प्रतिनिधि बताकर लोगों से उनके कम्प्यूटर सिस्टम से वायरस हटाकर उनके बैंक खातों की जानकारी प्राप्त कर रहे थे।
पुलिस टीम ने मौके से कॉल सेंटर संचालक विवेक पुत्र अनिल कुमार निवासी चरेल सैक्टर 44 नोएडा (पीजी अर्पित) उत्तर प्रदेश, मूल निवासी गम.नं. 1045 ग्राम अगरोहा हिसार हरियाणा व निकिता पुत्री किरन निवासी विलीज सोनादा पोस्ट ऑफिस क्युसॉन्ग जिला दार्जलिंग पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार कर कॉल सेंटर में कार्य कर रहे 15 लोगों को नोटिस दिया है। मौके से पुलिस ने 14 लैपटॉप मय हेडफोन, सात मोबाइल, ब्रॉडबैंड कनेक्शन उपकरण व सात स्क्रिप्ट बरामद किया है। गिरफ्तार ठग कॉल सेंटर के माध्यम से स्वयं को माइक्रोसाॅफ्ट का प्रतिनिधि दर्शाकर कंप्यूटर सिस्टम में स्वयं भेजे गए वायरस को ठीक करने के बहाने विदेशों में लोगों से ठगी की जाती थी।