पाकिस्तान आतंकी खतरा: पुंछ में वायुसेना के काफिले पर आतंकी हमले के बाद कश्मीर में होने वाले पहले मतदान को देखते हुए खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है. कश्मीर चुनाव के तीनों चरणों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. राजौरी और पुंछ से मिलने वाली दक्षिण कश्मीर की पीर पंजाल पहाड़ियों से लेकर कुपवाड़ा की शमसावाड़ी पहाड़ियों तक सुरक्षा बलों को सख्त कर दिया गया है। चप्पे-चप्पे की जांच की जा रही है. संसद चुनाव के चौथे चरण में पहली वोटिंग कश्मीर में होगी. कश्मीर में शांतिपूर्वक चुनाव कराना सबसे बड़ी चुनौती है. इसके लिए कश्मीर में तैनात सुरक्षा एजेंसियों ने संयुक्त योजना पर काम करना शुरू कर दिया है.
पाकिस्तान पागल हो गया है
ये चुनौती तब दोगुनी हो गई जब जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय वायुसेना पर आतंकी हमला हुआ. सूत्रों की मानें तो इसके बाद घाटी में आतंकी हमले की आशंका बढ़ गई है और इन मंसूबों को नाकाम करने के लिए खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी कर सुरक्षा बलों को कश्मीर घाटी में अलर्ट रहने की सलाह दी है. खुफिया एजेंसियों के इनपुट के मुताबिक कश्मीर में लोकसभा चुनाव के दौरान लोगों का उत्साह देखकर पाकिस्तान बौखला गया है.
सीमा पार बैठे आतंकियों के आकाओं ने पुंछ में एक निवासी की बेरहमी से हत्या करवा दी. तभी वायुसेना के काफिले पर हमला किया गया ताकि शांति का माहौल खराब किया जा सके. अब ऐसी कोशिश कश्मीर में भी हो सकती है. दरअसल, तीन दशकों में पहली बार घाटी में लोग खुलकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान डरा हुआ और घबराया हुआ है. हिंसा भड़काने की साजिश के तहत इनपुट मिला है कि आतंकी अब घाटी में नापाक मंसूबों को अंजाम देने की फिराक में हैं.
वोटिंग के दिन आतंकी हमला?
खुफिया एजेंसियों को समय से पहले ही इस साजिश की भनक लग गई और उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट कर दिया. इस इनपुट के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षाकर्मी लगातार आतंकियों और उनके समर्थकों को खत्म करने में लगे हुए हैं. पिछले एक हफ्ते के अंदर घाटी में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए संयुक्त ऑपरेशन में टीआरएफ कमांडर समेत तीन आतंकी मारे गए थे और छह आतंकियों और उनके समर्थकों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया था. पिछले कुछ दिनों में करोड़ों रुपये के नशीले पदार्थों की खेप और लाखों की नकदी भी बरामद की गई है. जिसका इस्तेमाल आतंकी हमले में किया जा सकता था.
जगह-जगह, खासकर संवेदनशील जगहों पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. कश्मीर के आईजीपी का कहना है कि जहां भी सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत है, उस पर काम किया गया है. एक संयुक्त योजना के तहत भी काम किया जा रहा है. कश्मीर हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है लेकिन हम तैयार हैं। एक तरफ आतंकियों और उनके समर्थकों पर कार्रवाई जारी है. यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि मतदान के दिन सभी मतदाता सादगीपूर्ण एवं शांतिपूर्ण माहौल में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें.
आईजीपी ने ज़ी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, ‘हमने चुनाव के लिए पुख्ता तैयारी की है. सभी सुरक्षा ग्रिड तैयार रखे गए हैं। पुलिस और सीआरपीएफ की ओर से बनाया गया प्लान काफी ठोस है. यह योजना पूरी स्थिति को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। कुलगाम मुठभेड़ में आतंकियों का मारा जाना एक बड़ी कामयाबी है. वे आतंकी टीआरएफ से जुड़े थे और कई घटनाओं में शामिल थे. मारे गए सभी आतंकी बेहद प्रशिक्षित और हमला करने में माहिर थे.
13 मई को वोटिंग
मतदान के लिए सुरक्षा घेरा तैयार है. सड़क से लेकर बूथ तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं. विदेशी आतंकियों की घुसपैठ को लेकर अलर्ट मिलते रहते हैं और हालात के मुताबिक उनसे निपटा जाता है. पुलिस ने सुरक्षा बलों के साथ मिलकर अंतर-जिला चौकियों को सक्रिय कर दिया है। आने वाले दिनों में कश्मीर में सर्च ऑपरेशन और एरिया डोमिनेशन का काम तेज किया जाएगा ताकि शांति विरोधी तत्वों को दूर रखा जा सके.
गौरतलब है कि श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में सोमवार (13 मई) को मतदान होगा. बारामूला लोकसभा क्षेत्र में 20 मई को मतदान होगा. दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र में 25 मई को मतदान होगा.