लोकसभा चुनाव के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है. जेल से बाहर आते ही केजरीवाल ने हवा भर दी है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल 50 दिन बाद जेल से बाहर आ गए हैं. जेल से छूटते ही उन्होंने कहा कि देश को तानाशाही से बचाना है।
सुप्रीम कोर्ट से 1 जून तक अंतरिम जमानत मिलने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार शाम को तिहाड़ जेल से बाहर आ गए। केजरीवाल ने बाहर आते ही केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर हमला बोला.
जेल से बाहर आने के बाद अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों को धन्यवाद दिया और कहा कि देश को तानाशाही से बचाना है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, मैंने कहा था कि मैं जल्द आऊंगा.
केजरीवाल ने कहा, मैं सभी को धन्यवाद देता हूं…आपने मुझे आशीर्वाद दिया। मैं सुप्रीम कोर्ट के जजों को धन्यवाद देना चाहता हूं, उन्हीं की वजह से मैं आज आपके सामने हूं. हमें देश को तानाशाही से बचाना है.
सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में चुनाव प्रचार के लिए 1 जून तक अंतरिम जमानत दे दी है और उन्हें 2 जून को प्रवर्तन निदेशालय के सामने फिर से आत्मसमर्पण करना होगा। उन्हें चुनाव प्रचार के लिए ही कोर्ट से अंतरिम जमानत मिली है.
जेल से बाहर आते ही वह चुनाव प्रचार के मूड में आ गये और कहा कि वह निरंकुशता के खिलाफ लड़ रहे हैं और उन्हें 140 करोड़ लोगों की लड़ाई लड़नी है. तानाशाही के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा.
बता दें कि केजरीवाल शनिवार सुबह 11 बजे दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर जाएंगे. दोपहर 1 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी. इससे पहले उनके स्वागत के लिए तिहाड़ जेल के गेट नंबर 4 पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा हो गई थी. वहां पार्टी नेता आतिशी और सौरभ भारद्वाज भी मौजूद थे. इतना ही नहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उन्हें रिसीव करने पहुंचे।