डीयू की फीस माफ: दिल्ली यूनिवर्सिटी में इन छात्रों की फीस होगी माफ, इन्हें इसी साल मिलेगा फायदा

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के 62वें वर्ष के जश्न में शामिल हुए। बतौर मुख्य अतिथि जगदीप ने कहा कि ओपन लर्निंग हमारी सांस्कृतिक विरासत भी है. उन्होंने कहा कि प्राचीन शिक्षा प्रणाली में दो विशेषताएँ दृष्टिगोचर होती हैं, औपचारिक शिक्षा एवं अनौपचारिक शिक्षा। गुरुकुल औपचारिक शिक्षा का माध्यम थे जबकि परिवार अनौपचारिक शिक्षा का माध्यम थे। आज एसओएल यह काम संस्थागत तरीके से कर रहा है। इसने अनौपचारिक शिक्षा को औपचारिक शिक्षा के समकक्ष बना दिया है।

डीयू एसओएल फीस माफी: इस सत्र से फीस माफ कर दी जाएगी

सोमवार को डीयू के कन्वेंशन हॉल में हुए इस कार्यक्रम में यह घोषणा की गई कि डीयू एसओएल अब 8.5 सीजीपीए स्कोर करने वाली लड़कियों की फीस माफ करेगा। एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो ने बताया कि यह सत्र 2024-25 से लागू होगा और आने वाले वर्ष की पूरी फीस माफ कर दी जाएगी.

उन्होंने बताया कि सरकार से कोई सहायता नहीं लेने के बावजूद पिछले सत्र में दो करोड़ रुपये की राशि से गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति दी गयी है.

दिल्ली के 60% CA DU SOL छात्र!

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि दिल्ली में 60 फीसदी चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) एसओएल के छात्र हैं। कई वकील, सिविल सेवक, शिक्षक और राजनेता भी एसओएल के छात्र रहे हैं।

उन्होंने बताया कि एसओएल की शुरुआत 1962 में 900 छात्रों और दो विषयों के साथ हुई थी। आज 2024 में लगभग 4 लाख छात्र एसओएल में 17 से अधिक पाठ्यक्रमों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। अकेले बीए प्रोग्राम में 1 लाख 80 हजार छात्र हैं। उन्होंने कहा कि एसओएल का पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न नियमित जैसा ही है, केवल पढ़ाने का तरीका अलग है।

उपराष्ट्रपति ने एसओएल के 3 छात्रों को भी सम्मानित किया. इनमें डीयू के दो टॉपर छात्रों पायल सिंह (टॉपर, बीए लाइब्रेरी साइंस) और नैन्सी गोयल (टॉपर, एमए पॉलिटिकल साइंस) के साथ-साथ अर्जुन पुरस्कार विजेता दीक्षा डागर को पुरस्कार देना शामिल है।