पटना (बिहार), 7 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बिहार भाजपा नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया के बाद लालू यादव ने मुसलमानों के आरक्षण पर दिए गए अपने बयान पर सफाई दी है। लालू ने अब कहा है कि आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि सामाजिक आधार पर दिया जाता है।
लालू के बयान के बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई और बिहार भाजपा के नेताओं के साथ खुद पीएम मोदी ने लालू प्रसाद पर जोरदार हमला बोला। प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश की एक चुनावी जनसभा में कहा कि कांग्रेस चुप है लेकिन उसके एक सहयोगी दल ने आईएनडीआई गठबंधन के इरादों की पुष्टि कर दी है। वे कह रहे हैं कि मुसलमानों को पूरा आरक्षण मिलना चाहिए।
इसके बाद बैकफुट पर आए लालू ने कहा कि मंडल कमीशन को हमने लागू किया था। मंडल कमीशन में सैकड़ों जातियां हैं, जो सामाजिक आधार पर हैं। धर्म के आधार पर नहीं है। नरेन्द्र मोदी आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं। इसलिए तरह-तरह का बहाना बनाते हैं। अटल बिहारी बाजपेयी ने तो संविधान समीक्षा आयोग बना दिया था, ताकि ये लोग संविधान को बदल दें। आरक्षण का आधार धर्म हो ही नहीं सकता है। आरक्षण का सामाजिक आधार होता है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग के बीच मंगलवार को बिहार विधान परिषद में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आये लालू यादव ने मुसलमानों को पूरा आरक्षण देने की वकालत की थी।