हर साल मई के पहले मंगलवार को विश्व अस्थमा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल यह 7 मई यानी आज मनाया जा रहा है. अस्थमा एक श्वसन रोग है जिसमें श्वसन नली में सूजन आ जाती है। इसमें श्वसन नली सूज जाती है और सिकुड़ भी जाती है। इसके कारण सांस लेने में दिक्कत, लगातार खांसी, सीने में जकड़न और घरघराहट की आवाज आने लगती है।
मौसम में बदलाव अस्थमा के लक्षणों को बढ़ाने का एक आम कारण है। गर्मियों में बढ़ता प्रदूषण, तेज हवाएं और उमस अस्थमा के मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. कुछ आसान टिप्स अपनाकर आप गर्मियों में भी अपनी स्थिति को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 असरदार उपाय।
1. इनहेलर का नियमित प्रयोग करें.
डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा में इन्हेलर का नियमित उपयोग अस्थमा को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गलती से भी इनहेलर लेना ना छोड़ें.
2. धूल और प्रदूषण से बचें और
घर से निकलते समय मास्क पहनें। घर को धूल-मुक्त रखने के लिए खिड़कियां बंद रखें और नियमित रूप से सफाई करें। वृक्षारोपण हवा को शुद्ध करने में मदद करता है।
3. व्यायाम
नियमित व्यायाम से फेफड़े मजबूत होते हैं और सांस लेने की क्षमता बढ़ती है। हल्का व्यायाम जैसे तेज चलना, तैरना आदि फायदेमंद हो सकता है। लेकिन एक्सरसाइज शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
4. तनाव नियंत्रण
तनाव अस्थमा के दौरे को ट्रिगर कर सकता है। गहरी साँस लेने के व्यायाम, ध्यान या योग का अभ्यास तनाव को कम करने में मदद करता है।
5. एयर कंडीशनर का उचित उपयोग:
कमरे के तापमान को बनाए रखने के लिए एयर कंडीशनर का उपयोग किया जा सकता है। हवा में मौजूद धूल और एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों को कम करने के लिए फिल्टर को नियमित रूप से साफ करें।
विश्व अस्थमा दिवस पर यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि अस्थमा को प्रबंधित किया जा सकता है। उचित देखभाल और सावधानियों के साथ आप गर्मियों का भरपूर आनंद ले सकते हैं।