ग्वालियर, 06 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव को संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन पिछले दो माह से तैयारियों में जुटा हुआ है। लेकिन मतदान से एक दिन पहले सोमवार को एमएलबी महाविद्यालय में मतदान सामग्री वितरण स्थल पर जो नजारा देखने को मिला, उसको लेकर जिलाधीश रुचिका चौहान भी नाराज हो गई और उन्होंने कर्मचारियों को जमकर सुनाई। वहीं मतदान कराने के लिए सामग्री लेने पहुंची महिला कर्मचारियों में ऐसी महिलाएं भी थी जिनके गोदी में मासूम बच्चे थे। सुबह 5 बजे से ही महिलाएं अपनी चुनावी ड्यूटी निभाने आ गई थी। इसी तरह दूसरी ओर ऐसे भी बहाने बाज कर्मचारी भी थे, जो चुनावी ड्यूटी बचने के लिए बीमारी के दस्तावेज लेकर भी नजर आए। दूसरी ओर कर्मचारियों के आवेदन लेने के लिए बने काउंटर पर कर्मचारियों की भारी भीड़ नजर आई।
मतदान के लिए जिले की सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में निर्धारित किए गए 1680 मतदान केन्द्रों पर सोमवार को चुनाव सामग्री वितरित की गई। यह पूरी प्रक्रिया एमएलबी महाविद्यालय में विधानसभा वार 123 सेक्टर में की गई। वितरण कार्यक्रम में सबसे पहले ग्वालियर ग्रामीण, भितरवार एवं डबरा विधानसभा की पोलिंग पार्टियों को सामग्री दी गई। इसके लिए यहां के दलों को सुबह 5 बजे महाविद्यालय परिसर में उपस्थित रहने के निर्देश भी दिए गए। इसके बाद विधानसभा ग्वालियर, ग्वालियर दक्षिण व ग्वालियर पूर्व में सुबह 8 बजे से सामग्री वितरण की गई। जिस कारण सभी कर्मचारी व अधिकारी अपने-अपने कपड़ों से भरे बैग को लेकर सुबह ही महाविद्यालय पहुंच गए।
गर्मी से बचने किए गए थे विशेष इंतजाम: सामग्री वितरण के दौरान गर्मी से बचाव के लिए एमएलबी में पानी की फुहार फेंकने वाले पंखे लगाए गए थे, साथ ही बड़े-बड़े कूलर भी लगे थे। सभी को अपने स्थान पर सामग्री दिए जाने के निर्देश थे, लेकिन जब जिलाधीश रुचिका चौहान पहुंची तो कई लोगों को टेबल पर हाथ पर हाथ रखे खाली बैठे देखा। इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आप लोग यहां बैठे हैं, जब मतदान दलों के नंबर लिखे हैं, आप सामग्री रखना शुरू क्यों नहीं कर रहे हैं। इसके बाद अधिकारियों ने टेबल छोड़ सामग्री बांटना शुरू किया। कलेक्टर ने मतदान दलों के साथ ही सुरक्षा में लगाए गए जवानों से भी चर्चा की।