जम्मू, 6 मई (हि.स.)। कश्मीरी पंडित प्रवासियों की जेकेएनसी कोर कमेटी ने जम्मू में गैर-शिविर निवासियों के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रहे नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवारों को अपना समर्थन दिया। इस संदर्भ में, कश्मीरी पंडित प्रवासियों की कोर कमेटी के नेताओं ने विभिन्न चुनौतियों के समाधान के लिए जम्मू के शेर-ए-कश्मीर भवन में जेकेएनसी के अतिरिक्त महासचिव और पूर्व मंत्री अजय कुमार सढोत्रा और जेकेएनसी जम्मू के प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता से मुलाकात की।
केपी प्रवासी नेताओं ने जगती, पुरखू, मुट्ठी, बूटा नगर, नगरोटा, शिविरों में रहने वाले कश्मीरी प्रवासी समुदाय और जम्मू क्षेत्र में बसे गैर-शिविर प्रवासियों के सामने आने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से बुनियादी सुविधाओं की अनुपस्थिति पर जोर दिया। उन्होंने दावा किया कि नेकां शासन में प्रवासियों के अधिक उम्र वाले युवाओं के लिए पीएम रोजगार पैकेज का प्रावधान, नकद सहायता में वृद्धि और उनके कार्यकाल के दौरान विभिन्न शिविरों में आवासीय आवास का निर्माण आदि शामिल है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वर्तमान सरकार ने केवल खोखले नारे दिए और उनके कल्याण के लिए कुछ नहीं किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, अजय कुमार सढोत्रा ने इस बात पर जोर दिया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने संसद में लगातार कश्मीरी प्रवासियों के अधिकारों और कल्याण की वकालत की है। एनसी शासन के तहत, उनके मुद्दों को प्रभावी ढंग से संबोधित करने और हल करने के लिए एक शीर्ष निकाय की स्थापना की गई थी, जो विस्थापित समुदाय की चिंताओं को दूर करने के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वहीं प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस हमेशा कश्मीरी प्रवासियों के हित के लिए खड़ी रही है और आने वाले समय में भी ऐसा ही जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने घाटी में केपी प्रवासियों के पुनर्वास के वादे किए थे लेकिन ये एक क्रूर मजाक साबित हुआ क्योंकि 2014 के बाद से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया।