देहरादून, 06 मई (हि.स.)। चारधाम यात्रा मार्ग पर पहली बार 12 महिला रेस्क्यूअर की तैनाती की जा रही है। ये रेस्क्यूअर महिला श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। एसडीआरएफ वाहिनी,जॉलीग्रांट में प्रतिनियुक्ति पर नियुक्त पुलिस के 53 जवानों का 84 दिवसीय बेसिक फर्स्ट रेस्पॉन्डर कोर्स का सोमवार को विधिवत समापन हुआ।
समापन समारोह में सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने प्रशिक्षण पास कर एसडीआरएफ में सम्मिलित हुए 53 पुलिस जवानों को बधाई देते हुए आगामी चारधाम यात्रा के लिए सेल्फ मोटिवेटेड रहने को कहा। उन्होंने बताया कि 03 माह के प्रशिक्षण के दौरान समस्त पुलिस जवानों की ओर से प्रत्येक रेस्क्यू ड्रिल में उच्च कोटि का प्रदर्शन किया गया है।
उन्होंने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा को सफल और सुगम बनाना एसडीआरएफ की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। चारधाम यात्रा व मानसून सीजन की तैयारियों के क्रम में पहली बार महिला रेस्क्यूअर को भी एसडीआरएफ की विभिन्न पोस्टों पर तैनात किया जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात होने वाली एसडीआरएफ महिला रेस्क्यूअर श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। सेनानायक की ओर से कार्यक्रम के अंतिम सत्र में समस्त प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये।
प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को आपदा प्रबंधन की विस्तृत जानकारी दी गयी। इसके साथ ही आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्य करने का अभ्यास भी कराया गया। एसडीआरएफ के कुशल प्रशिक्षकों की ओर से मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर (एमएफआर), कॉलेप्स स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू (सीएसएसआर), केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल, न्यूक्लियर (सी.बी.आर.एन.) फ्लड रेस्क्यू, रोप रेस्क्यू इत्यादि का गहन प्रशिक्षण दिया गया।
31 स्थानों पर एसडीआरएफ की पोस्टें स्थापित-
राज्य में 31 स्थानों पर एसडीआरएफ की पोस्टें स्थापित हैं। चारधाम यात्रा के दृष्टिगत 09 अतिरिक्त स्थानों पर एसडीआरएफ के कार्मिकों को तैनात किया गया है।
समापन समारोह के मौके पर सहायक सेनानायक शिवदत्त नौटियाल, क्वार्टर मास्टर राजीव रावत, ट्रेनिंग इंस्पेक्टर प्रमोद रावत इत्यादि उपस्थित रहे। प्रशिक्षण टीम में एसआई अनूप रमोला, हेड कांस्टेबल दिगपाल लाल,दीपक कुमार,यशवंत सिंह, जगदीश,अजय विश्वकर्मा,आशीष रावत, संदीप व मनीष उनियाल इत्यादि शामिल रहे।