नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के बारे में सब कुछ : अगर भारत को मंदिरों का घर कहा जाए तो इसमें कोई गलत बात नहीं है। पूर्व से पश्चिम और दक्षिण से उत्तर भारत तक करोड़ों मंदिर हैं, जहां प्रतिदिन हजारों भक्त दर्शन करने आते हैं। भारत में अन्य देवी-देवताओं की तरह भगवान शिव के भी हजारों मंदिर हैं। जहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
नर्मदेश्वर महादेव मंदिर कहाँ स्थित है?
नर्मदेश्वर महादेव मंदिर देश का एक ऐसा मंदिर है, जिसके बारे में कहा जाता है कि महादेव के इस मंदिर में स्वयं शिवलिंग प्रकट हुआ था। इस आर्टिकल में हम आपको नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के बारे में ही बताने जा रहे हैं। नर्मदेश्वर महादेव मंदिर की पौराणिक कथा जानने से पहले आइए जानते हैं कि यह पवित्र और प्राचीन मंदिर देश के किस हिस्से में स्थित है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया भर में योग नगरी के नाम से मशहूर नर्मदेश्वर महादेव मंदिर ऋषिकेश में स्थित है।
नर्मदेश्वर महादेव मंदिर की पौराणिक कथा
जी हां, नर्मदेश्वर महादेव मंदिर ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट के पास गंगा नदी के तट पर स्थित है। यह मंदिर इस शहर का सबसे पवित्र और प्राचीन मंदिर माना जाता है। इस मंदिर को नर्मदेश्वर लाल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। नर्मदेश्वर महादेव मंदिर की पौराणिक कथा बहुत ही रोचक और धार्मिक है।
स्वयंभू है शिवलिंग
इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां स्थापित शिवलिंग स्वयंभू शिवलिंग है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह शिवलिंग स्वयं नर्मदा नदी से उत्पन्न होता है। नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में स्थापित शिव लिंग के संबंध में मान्यता है कि ओंकारेश्वर के पास धावड़ी कुंड, जिसमें नर्मदा का वास है और साथ ही प्रकट हुआ शिव लिंग भी है, नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है।
महाशिवरात्रि पर उमड़ती है भक्तों की भीड़
महाशिवरात्रि के खास मौके पर देश के कोने-कोने से लाखों भक्त नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इस खास मौके पर मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के बारे में मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से यहां दर्शन करने और शिवलिंग पर जल से अभिषेक करने आता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आपको बता दें कि श्रावण माह में भी यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
आसपास के स्थान
नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के आसपास कई पवित्र और लोकप्रिय धार्मिक स्थान हैं जिन्हें आप देख सकते हैं। जैसे- त्रिवेणी घाट, लक्ष्मण झूला, परमार्थ निकेतन, नीलकंठ महादेव मंदिर और राम झूला।