सहरसा,04 मई (हि.स.)। मधेपुरा लोकसभा चुनाव तीसरे चरण मे सात मई को निर्धारित है।वही रविवार को चुनाव प्रचार कार्य बंद हो जायेगा,जिसे देखते हुए सभी दल अंतिम समय में चुनाव प्रचार की गतिविधि के तहत चुनावी सभा एवं रोड शो का आयोजन किया जा रहा है।उसी क्रम में शनिवार को राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने जिला कांग्रेस कार्यलय में प्रेसवार्ता आयोजित कर राजद प्रत्याशी प्रो चंद्रदीप यादव के पक्ष मे मतदान कर भारी मतो से जीताने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राजद प्रत्याशी सुयोग्य कर्मठ एवं निष्कलंक व्यक्ति है।वही उनका पूरा परिवार समाज सेवा मे संलग्न है।इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए जमकर आलोचना की।
सांसद झा ने बताया कि तेजस्वी यादव के द्वारा जो परिवर्तन पत्र लाया गया है। यह घोषणा पत्र आसमानी मुद्दों की बात नहीं करती इसमें बेरोजगारों को एक करोड़ नौकरी 15 अगस्त के अवसर पर देने, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों को प्राइवेटाइजेशन नहीं करने, भूमिहीन को जमीन देने, गरीब महिलाओं को एक लाख रुपया देने की बात कही गई है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार सभी नौकरी को बंद कर दिया गया है। जिसके कारण आरक्षण भी बंद है। उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही कभी मुद्दों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह चुनाव मधेपुरा सुपौल का नहीं है यह चुनाव जन सरोकार के मुद्दे पर लड़ा जा रहा है।उन्होंने कहा कि मंदिर में हाथ जोड़कर प्रार्थना करने वाले लोगों को भी भूख लगती है। मंदिर में खड़ा व्यक्ति को भी रोटी की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए नौकरी और रोजगार इंडिया गठबंधन के द्वारा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी के घोषणा पत्र में मछली, मटन और मंगलसूत्र की बात नहीं है।तेजस्वी यादव के घोषणा पत्र में जो जारी किया गया उसको हर हाल मे पूरा किया जाएगा।उन्होंने कहा कि अब नौकरी का दुसरा नाम तेजस्वी यादव है।नीतीश कुमार 17 साल से मुख्यमंत्री है और कितने लोगों को नौकरी दिया लेकिन तेजस्वी यादव महज 17 महीने में नौकरी देने का काम किया।
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर उन्होंने तंज कसते हुए बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद जो नौकरी का दावा करते हैं वह सब फिसड्डी हो जाएगा और पगड़ी उतर जाएगा।मैथिली में एक कहावत है सुर दास घी दैत छी सुरदास कहलनि जे घी गरगरायत तहन बूझब।सांसद झा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुए बताया कि वे अपने पद और कद की गरिमा भूलकर उलूल जलूल बात कर रहे हैं। एक तरफ महागठबंधन जन सरोकार की मुद्दों की बात करता है।