रोहित वेमुला केस: रोहित वेमुला की मौत का मामला एक बार फिर चर्चा में है. छात्र रोहित वेमुला की मौत के मामले में तेलंगाना पुलिस आगे की जांच जारी रखेगी. तेलंगाना पुलिस के डीजीपी की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि मृतक की मां और उसके भाई को कुछ लोगों पर शक है. इसलिए मामले की आगे की जांच जारी रखने का निर्णय लिया गया है। तेलंगाना पुलिस की ओर से 2 मई को हाई कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई थी. मीडिया रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ कि पुलिस ने सभी को क्लीन चिट दे दी है. पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट के बाद हाई कोर्ट ने परिवार को निचली अदालत में अपील करने को कहा, वहीं पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट के बाद हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में रोहित वेमुला का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है. एनएसयूआई से जुड़े छात्रों ने प्रदर्शन कर नये सिरे से जांच की मांग की. इतना ही नहीं रोहित वेमुला के भाई राज वेमुला ने इस मामले को सीएम रेवंत रेड्डी के खिलाफ उठाने की बात कही.
अब तेलंगाना पुलिस के डीजीपी ने कहा कि मामले की आगे जांच करने का निर्णय लिया गया है और संबंधित अदालत में एक याचिका दायर कर मजिस्ट्रेट से मामले की आगे की जांच की अनुमति देने का अनुरोध किया जाएगा.
कोर्ट की मंजूरी से जांच की जाएगी
तेलंगाना पुलिस के डीजीपी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि मृतक रोहित वेमुला की मां और अन्य लोगों ने जांच पर कुछ संदेह जताया है इसलिए मामले की आगे जांच करने का निर्णय लिया गया है। अदालत में एक याचिका दायर कर मजिस्ट्रेट से मामले की आगे की जांच की अनुमति देने का अनुरोध किया जाएगा. डीजीपी ने कहा कि मामले में अंतिम क्लोजर रिपोर्ट नवंबर 2023 से पहले की गई जांच के आधार पर तैयार की गई थी और 21 मार्च, 2024 को जांच अधिकारी द्वारा आधिकारिक तौर पर न्यायिक अदालत में दायर की गई थी।
पहले माना जा रहा था कि रोहित वेमुला की आत्महत्या का मामला बंद हो जाएगा. अब तेलंगाना पुलिस द्वारा आगे की जांच करने के फैसले के बाद मामले में नया मोड़ आ गया है. रोहित वेमुला ने जनवरी 2016 में हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद इस मामले पर काफी बहस हुई थी. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और 100 महीने बाद 2 मई को क्लोजर रिपोर्ट पेश की। उस समय राज्य में बीआरएस की सरकार थी और केसीआर राज्य के मुख्यमंत्री थे.