गर्मी के मौसम में उत्तर भारत में लोग सत्तू बड़े चाव से पीते हैं। यह देशी पेय न केवल स्वाद के लिए पिया जाता है बल्कि इसके सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। आइए जानते हैं कि सत्तू पीने से आपकी सेहत को क्या फायदे होते हैं और इसे कब पीना चाहिए?
सत्तू कैसे बनता है?
सत्तू चने की दाल से बनाया जाता है. इसे बनाने के लिए इसे रेत में भूना जाता है. इसके बाद रेत को छान लिया जाता है और फिर भुने हुए चनों को पीसकर पाउडर बना लिया जाता है. सत्तू आयरन, सोडियम, फाइबर, प्रोटीन और मैग्नीशियम से भरपूर होता है।
सत्तू पीने के फायदे-
शरीर को हाइड्रेट करता है: गर्मी के मौसम में सत्तू पीने से आपके शरीर में पानी की कमी दूर हो जाती है। यह देसी ड्रिंक आपके शरीर के साथ-साथ त्वचा को भी स्वस्थ और हाइड्रेटेड रखता है।
सूजन कम करता है: पेट की सूजन और सूजन को कम करने में सत्तू का पानी बहुत फायदेमंद होता है। अगर आपको पेट फूलने की समस्या है तो सत्तू पिएं।
कब्ज में फायदेमंद: सत्तू कब्ज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इससे पॉटी को मुलायम बनाने में मदद मिलती है। इसके सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है जिससे कब्ज से राहत मिलती है।
पेट की समस्याओं में असरदार: सत्तू का सेवन करने से आपको पेट संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं। सत्तू पेट के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. इसका सेवन करने से पाचन क्रिया मजबूत होती है और गैस और अपच से राहत मिलती है।
कैसे बनाएं सत्तू ड्रिंक?
सत्तू ड्रिंक बनाने के लिए सबसे पहले इसे पानी में मिला लें, अब इस पानी में एक चुटकी नमक और आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पी लें, इससे शरीर से सारे विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाएंगे.
सत्तू पीने का सही समय क्या है?
आपको बता दें कि सुबह खाली पेट सत्तू पीना सबसे फायदेमंद माना जाता है. इस ड्रिंक को सुबह पीने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा इसमें मौजूद फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट ब्लड शुगर को नियंत्रित करते हैं। रोज सुबह खाली पेट सत्तू का सेवन करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और मल त्याग में भी सुधार होता है।