देहरादून, 03 मई (हि.स.)। सरकार चारधाम यात्रा में आए यात्रियों को बेहतर सुविधाओं को लेकर संकल्पित है। इसी के तहत चारधाम यात्रा संचालित होने से पूर्व अवैध रूप से सड़क किनारे खड़े वाहनों के खिलाफ चार मई, शनिवार से अभियान चलाया जाएगा। मुख्य सचिव ने अभियान चलाने के लिए सख्त से सख्त कारवाई करने के निर्देश दिए हैं।
सचिवालय में शुक्रवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पुलिस महानिदेशक, कमीशनर गढ़वाल, डीएम देहरादून, टिहरी एवं पौड़ी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, टिहरी एवं पौड़ी के साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट पर बैठक की। इस दौरान चारधाम यात्रा आरम्भ होने से पूर्व ऋषिकेश, लक्ष्मणझूला, मुनिकीरेती, तपोवन एवं श्रीनगर में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरस्त करने को लेकर शनिवार से अवैध रूप से सड़क किनारे खड़े वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त से सख्त कारवाई करने के निर्देश दिए हैं। देहरादून में भी शनिवार से अवैध रूप से सड़क किनारे खड़े वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
सीएस राधा रतूड़ी ने ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए जिलाधिकारियों को दीर्घ अवधि के प्रस्ताव शासन को जल्द भेजने और लघु अवधि के सुधारात्मक कदम तत्काल उठाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ने ऋषिकेश में सड़क किनारे खड़े वाहनों की अवैध पार्किग की समस्या व उससे होने वाले ट्रैफिक जाम के सम्बन्ध में ऋषिकेश में राफटिंग स्थलों व कैम्पिंग के पास ही पर्यटकों के वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था निजी भूमि में भी बनाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सड़कों पर वाहन खड़े करने की प्रवृति को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नही किया जाना चाहिए और इसके खिलाफ सख्त व त्वरित कार्यवाही अमल में लाई जाए। इसके साथ ही ऐसे होटल व रेस्टॉरेन्ट मालिको के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाएगी जो अपने कर्मचारियों व ग्राहकों के लिए उपयुक्त पार्किंग की व्यवस्था नही कर रहे हैं और सड़कों पर अवैध पार्किंग को बढ़ावा दे रहे हैं।
सीएस ने सड़कों पर अतिक्रमण के खिलाफ भी अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। विभिन्न स्थलों पर ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए राधा रतूड़ी ने नीलकण्ठ सहित विभिन्न संकरी सड़कों के चौड़ीकरण के प्रस्ताव तत्काल शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत ट्रैफिक मैनेजमेंट को यात्रा से पहले ही दुरस्त करना अति आवश्यक है। उन्होंने जिलाधिकारियों को चारधाम यात्रा मार्ग के वैकल्पिक मार्गो के प्रस्तावों पर भी कार्य करने के निर्देश दिए हैं।