मंदसौर, 3 मई (हि.स.)। शहर के पशुपतिनाथ रोड के निकट गत 28 अप्रैल को हुए गोलीकांड मामले में शुक्रवार को पुलिस ने खुलासा किया। फायरिंग करने वाला कोई और नहीं घायल का दोस्त ही निकला। घटना वाले दिन दोनों साथ में घूम रहे थे। उसने रुपयों के लेनदेन को लेकर फायर किया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
सीएसपी सतनाम सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया कि घटना 28 अप्रैल की रात करीब 10 बजे शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के कोर्ट-पशुपतिनाथ रोड की है। भोईवाड़ा क्षेत्र के मर्दादिन मोहल्ला निवासी इरफान अली (40) से बाइक सवार बदमाशों ने पशुपतिनाथ मंदिर का पता पूछा और फिर उसे गोली मार दी। गोली उसके पीठ में लगी थी। घायल ने पुलिस को बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने मंदिर का पता पूछा और पीछे से गोली मार दी। पुलिस ने घायल के छोटे भाई की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस जांच में पता चला की घटना वाले दिन इरफान अपने दोस्त नईम पिता सलीम खां निवासी किला रोड मंदसौर के साथ घूम रहा था। घटना से कुछ देर पहले दोनों प्रतापगढ़ रोड से आइसक्रीम खाकर लौटे थे। बाइक पीड़ित इरफान चल रहा था और आरोपी नईम पीछे बैठा था।
उन्होंने बताया कि पशुपतिनाथ से कोर्ट जाने वाली रोड पर दोनों गाड़ी रोककर बात करने लगे। इसी दौरान आरोपी नईम ने इरफान के पीठ में फायर कर दिया और फरार हो गया। जाते-जाते आरोपी पीड़ित को धमकाकर गया था कि घटना की पुलिस को जानकारी दी तो उसे जान से मार देगा। इसी वजह से पीड़ित ने कहानी गढ़ी और सबको यह बताया कि बाइक सवार दो लोगों ने उससे मंदिर का पता पूछा और फायर कर दिया। आरोपी नईम ने बताया कि इरफान से उसने 9 हजार रुपए उधार लिए थे, जिसे वह चुका नहीं पा रहा था। वह रुपए के बदले बाइक या मोबाइल लेना चाहता था। घटना वाले दिन भी उसने रुपए के बदले बाइक या मोबाइल देने को कहा था, इसके बाद विवाद हुआ तो उसने फायर कर दिया।