आजकल ज्यादातर लोग अनिद्रा से परेशान हैं और इसके कई कारण हो सकते हैं। इसका एक मुख्य कारण विटामिन डी की कमी है। शरीर में विटामिन डी की कमी से सोरायसिस, क्रोनिक किडनी रोग, मधुमेह, अस्थमा, अवसाद और कैंसर जैसी कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में नींद की कमी होने पर तुरंत विटामिन डी टेस्ट कराना चाहिए।
विटामिन डी की कमी का प्रभाव
विटामिन डी वसा में घुलनशील हार्मोनों का एक समूह है जो सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आने पर आपकी त्वचा के भीतर उत्पन्न होता है। सूरज की रोशनी के अलावा विटामिन डी सैल्मन और ट्यूना मछली, अंडे की जर्दी और मशरूम में भी पाया जाता है। विटामिन डी शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करता है। ऐसे में विटामिन डी की कमी के कारण शरीर में हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। हाल के कई अध्ययनों से पता चला है कि विटामिन डी की कमी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करती है। इस विटामिन की कमी से रक्तचाप और हृदय गति बढ़ सकती है।
ऐसे दूर करें विटामिन डी की कमी
शरीर में विटामिन डी की कमी को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका सुबह की धूप में कुछ समय बिताना है। ऐसा करने से शरीर कोलेस्ट्रॉल से विटामिन बनाना शुरू कर देता है। ऐसा करने से शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन डी मिलता है। हर सुबह 5 से 10 मिनट की हल्की धूप विटामिन डी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। सर्दियों में आप इसे थोड़ा और भी कर सकते हैं।
संतुलित आहार लें
विटामिन डी की कमी से बचने के लिए संतुलित आहार लेना चाहिए। अगर आप मांसाहारी हैं तो आप सैल्मन और टूना मछली को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और खट्टे फलों का जूस भी ले सकते हैं। ऐसा करके आप अपनी नींद को भी बेहतर बना सकते हैं।