झामुमो और कांग्रेस ने झारखंड अलग राज्य आंदोलन को कुचलने का काम किया : बाबूलाल मरांडी

रांची, 29 अप्रैल (हि. स.)। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में झामुमो, कांग्रेस और राजद के नेतृत्व में सरकार चल रही है। ये सभी झारखंड के विरोधी हैं। झारखंड के विकास के विरोधी हैं। इनसे झारखंड का विकास कभी नहीं हो सकता। झारखंड अलग राज्य का आंदोलन देश की आजादी के समय से ही चल रहा था। कांग्रेस पार्टी की सरकार केंद्र में थी। कभी उन्होंने झारखंड अलग राज्य नहीं बनाया।

मरांडी सोमवार को पश्चिमी सिंहभूम लोकसभा के राजनगर में आयोजित जनसभा में बोल रहे थे। मरांडी ने कहा कि केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार आने पर अलग झारखंड राज्य का निर्माण हुआ। यदि हम अपने आप को झारखंड के वासी कहते हैं तो यह भारतीय जनता पार्टी की देन है। झारखंड अलग राज्य झारखंड मुक्ति मोर्चा ने नहीं बनाया। कांग्रेस ने नहीं बनाया। इन लोगों ने झारखंड अलग राज्य के आंदोलन को कुचलने का काम किया। उन्होंने सिंहभूम से एनडीए प्रत्याशी गीता कोड़ा को भारी बहुमत से विजय बनाने की भी अपील की।

मरांडी ने कहा कि सूचना मिली कि जनसभा में आने से लोगों को मना किया जा रहा था लेकिन इस चिलचिलाते धूप में आए लोगों को देखने से एक बात स्पष्ट हो गया इस क्षेत्र की जनता एनडीए उम्मीदवार को वोट देकर विजयी बनाने का मन बना चुकी है। चम्पाई सोरेन कितना ही रोकने का प्रयास क्यों ना कर लें, क्षेत्र की जनता अब नहीं रुकेगी और 13 मई को कमल निशान में ही बटन दबाएगी।

मरांडी ने कहा कि आईएनडीआईए गठबंधन के लोगों ने राज्य की खनिज को बेच डाला। लोहा-कोयला को बेच दिया। नदी के बालू तक को नहीं छोड़ा। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसी कारण से जेल में बंद हैं।यदि अपराधियों को संरक्षण देंगे तो सजा भुगतना ही होगी। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकास का जितना काम किया है, वह किसी से छिपा नहीं है। मोदी ने जितना काम किया है उतना आज तक किसी प्रधानमंत्री के कार्यकाल में नहीं हुआ।

मरांडी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों के घर-घर तक गैस का कनेक्शन पहुंचाया। कोरोना काल में नरेन्द्र मोदी ने गरीबों की चिंता की। सभी के घरों में मुक्त राशन पहुंचाने की व्यवस्था की, ताकि कोई गरीब भूखा ना रहे। अगले पांच वर्ष तक लोगों को मुफ्त अनाज मिलता रहेगा। प्रधानमंत्री गरीब की चिंता करते हैं। किसान की चिंता करते हैं। महिला की चिंता करते हैं। युवा की चिंता करते हैं। सभी वर्ग की चिंता करते हैं।