लोकसभा चुनाव 2024 : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि, ‘कांग्रेस और इंडी गठबंधन अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों का अधिकार छीनकर मुसलमानों को देना चाहते हैं. यह उनका छिपा हुआ एजेंडा है और कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र में स्पष्ट तुष्टिकरण दिखाई देता है।
‘बीजेपी मुसलमानों की उपेक्षा नहीं करना चाहती, लेकिन…’
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी मुसलमानों की उपेक्षा नहीं करना चाहती, लेकिन मुसलमानों को अन्य समुदायों की कीमत पर अनुचित लाभ नहीं मिलना चाहिए. कांग्रेस का कहना है कि देश की संपत्ति पर पहला हक मुसलमानों का है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि देश की संपत्ति पर पहला हक गरीबों का है.
‘पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जानबूझकर दिया बयान’
उन्होंने यूपीए सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा, ‘दिसंबर-2006 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बयान दिया था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है, गलती से नहीं बल्कि जानबूझ कर. फिर उन्होंने अप्रैल-2009 में एक सवाल के जवाब में अपने बयान को सही ठहराया और कहा कि अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए. देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का होना चाहिए.’
‘कमेटी का यह दावा कि मुसलमानों की हालत ख़राब है’ ग़लत है.
सच्चर कमेटी की रिपोर्ट गलत होने का आरोप लगाते हुए नड्डा ने कहा, ‘रिपोर्ट में मुसलमानों की हालत दलितों से भी बदतर दिखाई गई है. रिपोर्ट का निहितार्थ स्पष्ट है कि कांग्रेस पहले से ही मुसलमानों को किसी भी तरह से अनुसूचित जाति घोषित करने की कोशिश कर रही है, ताकि उन्हें एससी आरक्षण के तहत लाभ दिया जा सके।’ उन्होंने यह भी कहा कि जवाहरलाल नेहरू हमेशा मुसलमानों के पक्षधर थे।