दिल्ली शराब घोटाला केस: जब से संजय सिंह जेल से बाहर आए हैं, अरविंद केजरीवाल उन्हें सुर्खियों में बनाए रखने की कोशिश करते हैं और अक्सर सफल भी होते हैं। अरविंद केजरीवाल को लेकर संजय सिंह का सियासी बयान बेहद आक्रामक है और संबंधित पक्ष को सफाई देनी पड़ रही है.
संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि तिहाड़ जेल में अरविंद केजरीवाल के साथ अपराधियों और आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है और उन्होंने अक्सर प्रधानमंत्री मोदी और दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना पर निशाना साधा है।
तिहाड़ जेल में कैदियों के दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद संजय सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हत्या की आशंका जताई है और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी पर मुख्यमंत्री केजरीवाल से मुलाकात नहीं करने देने का भी आरोप लगाया है, जिसे तिहाड़ जेल व्यवस्था ने खारिज कर दिया है. .
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में दी गई चुनौती का जवाब देते हुए ईडी ने जो हलफनामा दायर किया है, उसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री पर डिजिटल सबूत नष्ट करने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। अगर जांच एजेंसी आरोप साबित कर देती है तो अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की राजनीति भी खतरे में है. ईडी ने शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी को भी पार्टी बनाया है.
सुप्रीम कोर्ट में ED का हलफनामा, केजरीवाल पर गंभीर आरोप
ईडी ने अपने हलफनामे में सभी आरोपों को नकारते हुए अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को सही ठहराने की कोशिश की है. ईडी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को 9 बार समन भेजा गया लेकिन वह पेश नहीं हुए. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के मंत्रियों, आम आदमी पार्टी के नेताओं और अन्य लोगों की भागीदारी के साथ मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध को अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1. ईडी ने दिल्ली शराब नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मुख्य साजिशकर्ता बताया है और उन पर जांच में असहयोग करने का आरोप लगाया है.
2. ईडी का आरोप है कि जिस अवधि में शराब घोटाले को अंजाम दिया गया, उस दौरान 170 मोबाइल फोन बदले गए और नष्ट कर दिए गए. ईडी के मुताबिक इस ऑपरेशन में 36 लोग शामिल थे और ईडी ने इसे डिजिटल सबूत नष्ट करने का मामला बताया है.
3. अपनी गिरफ्तारी को गलत बताते हुए अरविंद केजरीवाल ने दलील दी है कि लोकसभा चुनाव के वक्त उन्हें गिरफ्तार कर प्रचार करने से रोकने की कोशिश की गई है. अरविंद केजरीवाल ने इसे निष्पक्ष चुनाव की अवधारणा के खिलाफ बताया है.
हलफनामे में ईडी ने गिरफ्तारी की कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा है कि चाहे कोई कितने भी बड़े पद पर क्यों न हो, अगर उसके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं तो उसे गिरफ्तार किया जा सकता है.
ईडी का तर्क है कि अगर अरविंद केजरीवाल की निष्पक्ष चुनाव की दलील मान ली गई तो अपराध में शामिल नेताओं को गिरफ्तारी से छूट मिल जाएगी.
संजय सिंह कैसे केजरीवाल को सुर्खियों में बनाए हुए हैं
तिहाड़ जेल से रिहा होते ही संजय सिंह ने नारा लगाया था कि ‘जेल के ताले तोड़ेंगे, केजरीवाल को रिहा करेंगे’ – और तब से वह हर दिन किसी न किसी बहाने से अरविंद केजरीवाल के बचाव में आगे आ रहे हैं.
1. आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा कि क्या आप जानते हैं कि तिहाड़ जेल के अंदर भी हत्याएं हुई हैं. संजय सिंह ने कहा कि अगर भविष्य में अरविंद केजरीवाल पर भी हमला हुआ तो क्या होगा. हम तिहाड़ जेल में सीएम केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. अरविन्द केजरीवाल की जान खतरे में है. आप ने तिहाड़ जेल में सुरक्षा चूक और कल रात हुई हिंसा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए यह बात कही.
2. संजय सिंह ने आरोप लगाया कि तिहाड़ जेल सिस्टम ने दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी को अपने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने की इजाजत नहीं दी, लेकिन जेल सिस्टम ने बताया है कि सौरभ भारद्वाज और आतिशी को अलग-अलग दिन मुलाकात का समय दिया गया है. जेल अधिकारियों का कहना है कि आतिशी को 29 अप्रैल को मुलाकात की इजाजत दे दी गई है. ध्यान दें कि ये मुलाकातें किसी कैबिनेट मंत्री और मुख्यमंत्री के बीच नहीं, बल्कि व्यक्तिगत हैसियत से न्यायिक हिरासत में बंद एक कैदी के बीच होती हैं।
3. संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर शिकायत की है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को परेशान करने के लिए तिहाड़ जेल को यातना गृह में बदल दिया गया है.
4. आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह का कहना है, विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि एलजी ऑफिस द्वारा केजरीवाल जी पर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है. देख रहे हैं कि वे क्या कर रहे हैं? आप क्या पढ़ रहे हैं? तुम कब सो रहे हो? आप कब जाग रहे हैं? उनकी हर हरकत पर ऐसे नजर रखी जा रही है जैसे कोई बड़ा जासूस जासूसी कर रहा हो.