एप्पल के लिए दक्षिण कोरिया से बुरी खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दक्षिण कोरिया ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अपने सैन्य भवनों में आईफोन लाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध 1 जून को लागू होने वाला है, जिससे लगभग 5 लाख दक्षिण कोरियाई सैन्यकर्मी प्रभावित होंगे।
सुरक्षा कारणों को देखते हुए
दक्षिण कोरियाई सेना ने यह फैसला एप्पल के सख्त गोपनीयता नियंत्रणों के कारण लिया है। सेना का राष्ट्रीय रक्षा मोबाइल सुरक्षा ऐप ऐप्पल की शर्तों के अनुरूप नहीं है। Apple की गोपनीयता नियंत्रण नीति तीसरे पक्ष के ऐप्स को iPhone पर माइक्रोफ़ोन और USB एक्सेस जैसे कार्यों को नियंत्रित करने की अनुमति नहीं देती है। जिस पर दक्षिण कोरियाई सेना को आपत्ति है.
दक्षिण कोरिया द्वारा एप्पल पर प्रतिबंध लगाने के पीछे का कारण नेशनल डिफेंस मोबाइल सिक्योरिटी ऐप है। ऐप डेटा लीक को रोकने के लिए नागरिकों के डिवाइस से कैमरा, वाई-फाई, टेदरिंग और माइक्रोफोन जैसी सुविधाओं को ब्लॉक करने में सक्षम है। लेकिन Apple के प्राइवेसी नियमों के मुताबिक यह ऐप iPhone के किसी भी हार्डवेयर को ब्लॉक नहीं कर सकता है. वहीं, एंड्रॉइड में ऐसी कोई समस्या नहीं आती है।
दक्षिण कोरिया के प्रमुख न्यूज प्लेटफॉर्म द कोरियन हेराल्ड ने वायुसेना के एक दस्तावेज का हवाला देते हुए कहा है कि 1 जून से सैन्य भवनों में आईफोन ले जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. हालाँकि, सैन्यकर्मी सैमसंग गैलेक्सी जैसे एंड्रॉइड स्मार्टफोन ले सकते हैं। क्योंकि इन डिवाइस में सेना ऐप के सभी फंक्शन ठीक से काम करते हैं।
लाखों कर्मचारी प्रभावित
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इस नए प्रतिबंध से सेना, नौसेना और वायु सेना के 5 लाख से अधिक सैन्यकर्मियों पर असर पड़ने वाला है। इस फैसले से अकेले सेना मुख्यालय में काम करने वाले 10,000 कर्मचारी सीधे तौर पर प्रभावित होने वाले हैं.
गौरतलब है कि एप्पल का आईफोन अपनी सिक्योरिटी के लिए मशहूर है. आज जहां आपको एंड्रॉइड फोन पर कैमरा, कॉन्टैक्ट्स, माइक्रोफोन आदि जैसे ऐप्स को परमिशन देनी होती है, वहीं Apple आपकी गोपनीयता की सुरक्षा के लिए सभी ऐप्स को इन सुविधाओं और हार्डवेयर तक पहुंचने से रोकता है। हालाँकि, कोरिया में सेना ने Apple की इसी गोपनीयता नीति पर आपत्ति जताई है।