हरिद्वार, 25 अप्रैल (हि.स.)। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के बैनर तले विजडम ग्लोबल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हुए जिला स्तरीय कार्यक्रम हुआ। इसके अंतर्गत छात्र-छात्राओं को परीक्षा के तनाव से मुक्त रखने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
एक दिवसीय कार्यशाला में जनपद के समस्त राजकीय विद्यालय, अशासकीय विद्यालय, सीबीएसई विद्यालय, मान्यता प्राप्त एवं आईसीएससी विद्यालयों के लगभग 200 प्रधानाचार्य एवं शिक्षक और शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य शिक्षाधिकारी और नोडल कमलेश कुमार गुप्ता ने कहा कि बच्चों को परीक्षा एक उत्सव के रूप में मनाने अपनी अपनी अंतर्निहित शक्ति की पहचान करके आत्मविश्वास से परिपूर्ण होकर जीवन में नई और ऊंची उड़ान के लिए सदैव प्रयासरत रहना चाहिए। उन्होंने छात्र, छात्राओं अभिभावकों और शिक्षकों को महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।
जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक) आशुतोष भंडारी ने छात्र-छात्राओं को मानसिक और शारीरिक रूप से विकसित करने पर जोर देते हुए कहा कि बच्चों की मूल भावना और समय की मांग के अनुरूप शिक्षक और अभिभावक अपना योगदान देने के लिए आगे आएं और बच्चों का भविष्य उनके अनुसार संवारने का प्रयास करें। जिससे नई शिक्षा नीति की अवधारणा के अनुरूप एक मजबूत नींव स्थापित हो सकेगी।
डाॅ. श्रीकृष्णा झरे, खंड शिक्षा अधिकारी बहादराबाद भानु प्रताप, खंड शिक्षा अधिकारी लक्सर और खंड शिक्षा अधिकारी खानपुर ने भी कार्यशाला को संबोधित किया। स्कूल के प्रधानाचार्य संजय देवांगन ने सभी अतिथियों को पौधा भेंट कर स्वागत किया। कार्यशाला का संचालन रुचि जैन और ब्लॉक विज्ञान समन्वयक राजेश राय ने किया।