भारत में लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण 26 अप्रैल को होगा. इस चुनाव को कवर करने के लिए विदेशी मीडिया के पत्रकार भी भारत आये हैं. पूरी तरह वैश्विक हो चुके इस चुनाव की कवरेज को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पश्चिमी मीडिया की भूमिका और भारतीय लोकतंत्र में उसके हस्तक्षेप पर साहसिक टिप्पणी की है
पश्चिमी मीडिया ने कब्ज़ा कर लिया है. जयशंकर ने कहा कि पश्चिमी मीडिया को चुनाव में राजनीतिक खिलाड़ी माना जाता है. मैं पश्चिमी मीडिया से बहुत कुछ सुनता हूं। वे हमारे लोकतंत्र की आलोचना नहीं करते क्योंकि उनके पास जानकारी का अभाव है। वे ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे हमारे चुनावों में राजनीतिक खिलाड़ी हैं। एक लेख का जिक्र किया, जिसका सार यह था कि भारत में इतनी गर्मी में चुनाव क्यों हो रहे हैं? मैंने वह लेख पढ़ा. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि इस गर्मी में हमारा मतदान आपके कुल मतदान से अधिक है।
विदेश मंत्री ने उस दिन को याद करते हुए विदेशी मीडिया पर भी निशाना साधा जब भारत को जी20 की अध्यक्षता मिली थी और कहा कि उस समय लोगों को लगा था कि इतना बड़ा शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित करना उचित नहीं है. शिखर सम्मेलन के आयोजन से लेकर उसके प्रबंधन तक हर मामले में पश्चिमी मीडिया भारत को संदेह की नजर से देखता था, लेकिन जब जी-20 शिखर सम्मेलन भारत में हुआ तो पहले ही दिन हमारे बारे में दुनिया की राय बदल गई।