आजकल इंस्टाग्राम और फेसबुक की रील्स पर एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। यह नया ट्रेंड है बिना तेल के खाना बनाना। सोशल मीडिया पर हर दूसरा वीडियो इसी से जुड़ा हुआ मिलेगा। लोग इसे खूब पसंद भी कर रहे हैं, खासकर वे लोग जो डाइटिंग फॉलो करते हैं। वे इसे खाने का एक हेल्दी तरीका मानते हैं। ज्यादातर लोगों का कहना है कि तेल या घी शरीर में फैट बढ़ाता है।
इन्हें ज़्यादा खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है या दिल से जुड़ी बीमारियाँ हो सकती हैं। इसलिए जितना हो सके इन्हें सीमित मात्रा में ही खाएं। लेकिन बिना तेल या घी के बने खाने को खाने वाले लोग भी इसका ज़ोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या बिना तेल के खाना पकाने से वाकई चर्बी कम हो सकती है। लेकिन वसा भी हमारे शरीर के लिए ज़रूरी है। इसकी वजह से ही हमारा शरीर लचीला बनता है।
बहुत अधिक तेल खतरनाक है
उदयपुर के पारस हेल्थ में इंटरनल मेडिसिन के निदेशक डॉ. संदीप भटनागर कहते हैं कि लोग खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए तेल का इस्तेमाल करते हैं। तेल के अधिक इस्तेमाल से लोगों को कोलेस्ट्रॉल, कैंसर, फैटी लिवर, डायबिटीज और दिल की बीमारियों जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इससे शरीर को कैलोरी भी अधिक मिलती है, जिससे चर्बी बढ़ती है।
बिना तेल के खाना पकाना क्या है?
डॉ. संदीप कहते हैं कि अगर शरीर को स्वस्थ रखना है तो दिन भर में सिर्फ़ तीन चम्मच यानी 15 ग्राम तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। आजकल कुछ लोग तेल या घी की जगह पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे नॉन-ऑयल कुकिंग कहते हैं, जिसमें आप खाना पकाकर उसमें प्याज़ या लहसुन का तड़का लगा सकते हैं। इस कुकिंग में या तो तेल का इस्तेमाल नहीं होता या बहुत कम तेल का इस्तेमाल होता है।
क्या यह सचमुच वसा कम करता है?
लेकिन क्या इस तरह खाने से चर्बी घटती है? विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद है। इससे आप वजन को नियंत्रित रख सकते हैं। आप सूप, दलिया और खिचड़ी समेत किसी भी तरह की डिश को जीरो ऑयल कुकिंग की मदद से तैयार कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, 1 ग्राम तेल में 9 कैलोरी होती है और एक चम्मच में करीब 45 कैलोरी होती है। ऐसे में नॉन कुकिंग ऑयल से आपके शरीर का वजन मेंटेन रहता है। सैचुरेटेड फैट का अधिक सेवन आपकी सेहत और दिल के लिए हानिकारक हो सकता है।