कोलकाता, 23 अप्रैल (हि.स.)। पारीक सभा, कोलकाता एवं पारीक सभा महिला समिति द्वारा श्री रामनवमी एवं हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर आयोजित ‘वन्दन, अभिनन्दन हे रघुनन्दन’ कार्यक्रम मे संस्था मुख्यालय पारीक भवन का सभागार राममय हो गया। भक्तिमय माहौल मे हुए इस आयोजन के ‘दिव्य बनो’ प्रतियोगिता एवं ‘राम को जानो’ प्रश्न मंच में भाग लेकर बच्चों ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। डाॅ. उषा आसोपा ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सबने मिलकर रामलला की सामूहिक आरती की। प्रसिद्ध गायक सत्यनारायण तिवारी ने डाॅ. अरुण प्रकाश अवस्थी द्वारा रचित रामाष्टक व श्री राम चालीसा का संगीतमय गायन किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डाॅ. प्रेम शंकर त्रिपाठी ने श्री रामचरित मानस की महिमा बताते हुए कहा कि मानस ना सिर्फ हमें संस्कार देती है, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाती है। दिव्य वेशभूषा में सुसज्जित बालक-बालिकाओं को संबोधित करते हुए उन्होंनें कहा कि आप में श्रद्धा और विश्वास है तो आप बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।
डाॅ. वसुमति डागा ने कहा कि उच्च शिक्षा के साथ हमें अपने बच्चों को उच्च कोटि के संस्कार भी देने चाहिए। डॉ .उषा आसोपा ने बताया कि हमें अध्यात्म से स्वयं को तथा बच्चों को जोड़ना चाहिए। डाॅ. वसुंधरा मिश्र ने कहा कि अगली पीढ़ी को अपने संस्कारों से जोड़े रखने के लिए ऐसे आयोजनों की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं निर्णायक मंडली की सदस्याओं के साथ ही उपस्थित अतिथियों राजस्थान परिषद के महामंत्री अरुण प्रकाश मल्लावत, कुमारसभा अध्यक्ष महावीर प्रसाद बजाज, भागीरथ सारस्वत एवं अशोक अवस्थी को अंग वस्त्र पहनाकर तथा प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
‘दिव्य बनो’ वेशभूषा प्रतियोगिता में चेतन पांडिया ने नारद मुनि के रूप में प्रथम, बलराम पांडिया ने ऋषि वशिष्ठ के रूप में द्वितीय और अंबिका पारीक ने मां कौशल्या के रूप में तृतीय स्थान प्राप्त किया। ‘राम को जानो’ प्रश्न मंच में वाल्मीकि, गौतम, वशिष्ठ, अत्रि, भारद्वाज, याज्ञवल्क्य व विश्वामित्र नामक सात समूहों में बांटा गया। जिसमें वशिष्ठ समूह के भवानी पारीक व मधुसूदन पारीक ने प्रथम, याज्ञवल्क्य समूह के हेमंत जोशी व वेदांग तिवारी ने द्वितीय तथा अत्रि समूह की नंदिनी पारीक व अक्षरा पारीक ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कारों के साथ ही सभी प्रतिभागी बच्चों को प्रोत्साहन पुरस्कार स्वरूप प्रतीक चिह्न एवं रामचरितमानस देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन किया मुक्ता पारीक ने। सभा के मंत्री प्रभु दयाल पारीक ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
सम्पत जोशी, कृष्णा पारीक, शर्मिला पारीक, रुचि तिवारी, मनफूल तिवारी, नीतू पारीक, ज्योति पारीक, एकता पारीक, वंदना पारीक ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति देते हुए समूचे सभागार को राममय कर दिया।