बंगाल में लगाएंगे घुसपैठ पर लगाम, राज्य की 35 लोस सीटें जीतेंगे : अमित शाह

कोलकाता, 23 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि यदि 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में भाजपा के 18 सीटें जीतने से अयोध्या में राममंदिर के उद्घाटन का मार्ग प्रशस्त हो सकता है, तो इस बार राज्य की 35 लोकसभा सीटें जीतने से निश्चित रूप से अवैध घुसपैठ से मुक्ति की गारंटी मिलेगी।

उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत करणदिघी में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों ने 2019 में भाजपा उम्मीदवारों के लिए बड़ी संख्या में मतदान किया। इसके बाद, अयोध्या में राममंदिर एक वास्तविकता बन गया। अगर इस बार भाजपा के सीटों की संख्या 35 हो जाती है तो पश्चिम बंगाल के लोगों को अवैध घुसपैठ के खतरे से मुक्ति मिल जाएगी।

अमित शाह के 20 मिनट के भाषण में घुसपैठ का मुद्दा उन्होंने जोर-शोर से उठाया। उन्होंने ममता बनर्जी के खिलाफ तीखा हमला करते हुए कहा कि घुसपैठ का विरोध करने की बजाय मुख्यमंत्री वोटबैंक की राजनीति के लिए घुसपैठियों को बढ़ावा दे रही हैं। संदेशखाली में उन्होंने उसी वोटबैंक की राजनीति के कारण महिलाओं के उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने की कोशिश की। लेकिन महिलाओं द्वारा आवाज उठाने के बाद अधिकारियों को कार्रवाई करने और आरोपितों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए मजबूर होना पड़ा।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि देश को घुसपैठ के खतरे से मुक्त कराने और वास्तविक शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी की जरूरत है। मुख्यमंत्री घुसपैठ को बढ़ावा दे रही हैं और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का भी विरोध कर रही हैं। यहां तक कि कांग्रेस ने भी कहा है कि अगर वह सत्ता में आई तो सीएए को वापस ले लेगी। मैं कांग्रेस और तृणमूल को चुनौती देता हूं कि यदि संभव हो तो वे सीएए को रोकें। उन्होंने कहा कि केवल भाजपा ही पश्चिम बंगाल में जहां हर सरकारी नौकरी बेची जाती है, भ्रष्टाचार के शासन को समाप्त कर सकती है। अगर भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता में आई तो उत्तर बंगाल में एक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) स्थापित किया जाएगा, जिसकी क्षेत्र के लोग लंबे समय से मांग कर रहे हैं।