कोलकाता, 22 अप्रैल (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में 25 हजार से अधिक नियुक्तियां रद्द किए जाने के कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ लगातार मुखर रुख अपनाया है। उन्होंने कहा है कि कोई मुझे जेल भेजना चाहता है तो भेज दे लेकिन जो लोग नौकरी गंवाए हैं उनके परिवार के साथ मैं खड़ी रहूंगी। रायगंज में एक चुनाव जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने यह भी कहा कि हाई कोर्ट के फैसले पर भाजपा की छाया है। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों का दोष नहीं भाजपा का असर है कि इस तरह के फैसले आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा न्यायपालिका को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। न्यायालय को भाजपा का “विचारालय” करार देते हुए उन्होंने कहा कि अन्य लोग पीआईएल करते हैं तो उसे कोर्ट रद्द कर देता है भाजपा करती है तो उनके नेताओं को बेल मिल जाती है और हम लोग पीआईएल करते हैं तो जेल भेज दिया जाता है। यही अवस्था है। उसके बाद उन्होंने कहा मुझे भी चाहें तो जेल भेज दें लेकिन जिन लोगों की नौकरी चाहिए उनके परिवार के साथ हमेशा खड़ी रहूंगी।