जम्मू, 22 अप्रैल (हि.स.)। दूरदर्शन मान्यता प्राप्त नाटक कलाकार संघ जम्मू (डीएडीएए) ने सोमवार को यहां दूरदर्शन केंद्र जम्मू के सामने सैटेलाइट डुग्गर चैनल की लंबे समय से लंबित मांग और डीडीके जम्मू के लिए अनुदान बजट को भारत के अन्य केंद्रों के बराबर आवंटित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और निर्देशक दूरदर्शन केंद्र जम्मू को ज्ञापन सौंपा।
डीएडीएए जम्मू के बैनर तले बड़ी संख्या में कलाकारों, अभिनेताओं, निर्माता, निर्देशकों, लेखकों, गायकों, संगीतकारों, कैमरामैन, स्पॉट बॉय, कोरियोग्राफरों और प्रमुख जम्मूवासियों ने सैटेलाइट डुग्गर चैनल की मांग को लेकर प्रदर्शन में भाग लिया और डीडीके जम्मू के लिए अनुदान बजट को भारत के अन्य केंद्रों के बराबर आवंटित करने की मांग उठाई ताकि डुग्गर भूमि की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, कला और भाषाओं की सुरक्षा और विकास हो सके और विशेष रूप से कलाकारों का कल्याण हो सके।
डीएडीएए के अध्यक्ष जे.एस. बबली ने कहा कि सैटेलाइट डुग्गर चैनल जम्मू क्षेत्र के 32,200 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर करेगा। डोगरी के अलावा जम्मू प्रांत और इसके आसपास के क्षेत्रों के साथ-साथ पाकिस्तान और पीओजेके में बोली जाने वाली अन्य भाषाएं गोजरी, भद्रवाही, किश्तवाड़ी, पहाड़ी, मीरपुरी, पुंछी और मुजफ्फराबादी हैं। इनमें से प्रत्येक भाषा का केंद्र जम्मू में है और ये भाषाएं पाकिस्तान और पीओजेके के कई हिस्सों में अच्छी तरह से समझी और बोली जाती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के नजदीक होने के कारण कश्मीर के संबंध में भारत सरकार की भावी नीतियों का प्रचार और प्रसार करने के लिए जम्मू एक उपयुक्त स्थान है ताकि सीमा पार रहने वाले लोगों को समझाया जा सके। इसलिए सैटेलाइट डुग्गर चैनल पाकिस्तान के भारत विरोधी दुष्प्रचार का प्रभावी ढंग से मुकाबला कर सकता है। उन्होंने बताया कि सैटेलाइट डुग्गर चैनल की मांग के लिए समर्थन मांगने के लिए डीएडीएए ने प्रमुख हस्तियों के साथ बैठकें भी शुरू कर दी हैं।