जम्मू, 22 अप्रैल (हि.स.)। सोमवार को युवा राजपूत सभा, वाईआरएस, के सदस्यों ने पुरूषोत्तम रूपाला के बयान की कड़ी निंदा करते हुए उनके खिलाफ प्रदर्शन किया। वाईआरएस के कार्यकर्ता जम्मू में बिक्रम चौक पुल के निकट महाराजा हरि सिंह जी प्रतिमा के पास एकत्र हुए, और पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा लोकसभा उम्मीदवार पुरूषोत्तम रूपाला द्वारा दिए गए हालिया विवादास्पद बयान की जोरदार निंदा की। वाईआरएस के अनुसार गुजरात में राजपूत समुदाय के प्रति दिया गया उनका ब्यान अपमानजनक है।
अध्यक्ष विक्रम सिंह विक्की ने इस तरह के बयानों की पुनरावृत्ति पर निराशा व्यक्त की और राजपूत समुदाय के भीतर निहित भाईचारे और बलिदान की लंबे समय से चली आ रही परंपरा पर जोर दिया। उन्होंने राजनीतिक दलों से जवाबदेही का आह्वान किया और ऐसी टिप्पणियों पर कार्रवाई नहीं करने पर संभावित परिणामों की चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि हमारे देश पर विभिन्न राजपूत महाराजाओं का शासन रहा है और हमारा समुदाय अपने राज्य, भूमि, संपत्ति और सभी वित्तीय सहायता दान करता है। राजपूत योद्धाओं ने हमेशा देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन कुछ राजनीतिक नेता हमारे देश के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करते हैं और इस प्रकार के बयान पूरी तरह से राष्ट्र के कल्याण के खिलाफ हैं।
इसी बीच पूर्व अध्यक्ष राजन सिंह हैप्पी ने भारत में आरक्षण प्रणाली के संबंध में चिंताएं उठाईं और इसकी प्रभावकारिता पर सवाल उठाया और राजनीतिक औचित्य के बजाय वास्तविक आवश्यकता के आधार पर अधिक लक्षित दृष्टिकोण का सुझाव दिया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया कि समाज के सबसे वंचित वर्गों के उत्थान के लिए आरक्षण का लाभ वास्तव में पात्र लोगों, विशेषकर गरीबी रेखा (बीपीएल) से नीचे के परिवारों तक पहुंचे।