जम्मू, 20 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में शराब बिक्री पर निर्धारित मुल्य से अधिक की वसूली पर आबकारी एवं पुलिस प्रशासन का मूकदर्शक बने रहना, सोचने पर मजबूर करता है कि मिलीभगत से वसूली के इस गोरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा है। यह आरोप शिवसेना (यूबीटी) जम्मू कश्मीर इकाई के प्रमुख मनीष साहनी ने लगाया है।
शनिवार को जम्मू प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रमुख मनीष साहनी ने कहा कि लम्बे समय से जम्मू-कश्मीर में लगभग हर शराब विक्रेता खुलेआम एमआरपी से अधिक की अवैध वसूली कर रहा है। शराब की हर बोतल पर 10-50 रुपये अतिरिक्त वसूल कर प्रतिदिन लाखों रुपये तथा प्रतिमाह करोड़ों रुपये किस अदृश्य शक्ति को पहुंचाए जा रहे है, इसकी गहन जांच पड़ताल होनी चाहिए।
साहनी ने कहा कि आबकारी विभाग द्वारा तय कीमत से अधिक वसूली पर 40 हजार रुपये तक का भारी जुर्माना तथा लाइसेंस रद्द करने तक का प्रावधान होने के बावजूद धड़ल्ले से यह अवैध उगाही जारी है। उन्होंने कहा कि पुलिस, आबकारी विभाग को दर्जनों शिकायतें तथा मीडियाकर्मियों द्वारा कई स्टिंग के बावजूद मूकदर्शक बने रहने का खेला जारी है। जिससे यह आशंका प्रबल होती है कि संबंधित विभागों के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से यह गोरखधंधा चल रहा है।
साहनी ने उपराज्यपाल तथा जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव से मांग की है कि इस गोरखधंधे की गहन जांच कर इस पर पूरी तरह अंकुश लगाया जाए। इसके साथ ही साहनी ने धार्मिक स्थलों तथा शिक्षा संस्थानों के करीब शराब की दुकानों को बंद करने की अपनी मांग दौहराई है। इस मौके पर महासचिव विकास बख्शी, उपाध्यक्ष बलवंत सिंह, अध्यक्ष कामगर राज सिंह, सचिव राकेश हांडा उपस्थित थे।