इसमें कोई शक नहीं है कि शादी के रिश्ते को जन्मों-जन्मों का पवित्र बंधन माना जाता है, लेकिन आज के समय में यह परिभाषा पूरी तरह से गलत है। अब पति-पत्नी का रिश्ता इस जन्म में भी कायम रहे तो बहुत कुछ समझ आएगा।
ऐसा कहना इसलिए भी सही है क्योंकि आज के दौर में शादियां टूटने के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर ऐसी छोटी-छोटी वजहों से कि पति-पत्नी शुरुआत में इसे गंभीरता से नहीं लेते। नतीजा यह होता है कि रिश्ते में इतनी कड़वाहट और दूरियां आ जाती हैं कि तलाक के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता। यहां हम ऐसे ही कुछ कारणों के बारे में बता रहे हैं।
संवादहीनता: दुनिया भर में पति-पत्नी के बीच सही संवाद का अभाव तलाक का एक मुख्य कारण है क्योंकि विचारों का आदान-प्रदान न करना, एक-दूसरे की भावनाओं को न समझना, अपने विचारों को खुलकर व्यक्त न करना, ये सब पति-पत्नी के बीच दूरियां बढ़ाते हैं और पत्नी.
आपसी सम्मान की कमी: शादी में पति-पत्नी के बीच सम्मान बहुत ज़रूरी है। अगर रिश्ते में तिरस्कार या शर्म जैसी बातें आ जाएं तो प्यार कम हो जाता है और कभी-कभी तो तलाक तक की नौबत आ जाती है।
आर्थिक असुरक्षा: आजकल आर्थिक तंगी भी तलाक का एक बड़ा कारण है। पैसों को लेकर पति-पत्नी के बीच लगातार झगड़ा होना, खर्चों का पूरा न हो पाना, वित्तीय लक्ष्य हासिल न कर पाना, ये सभी चीजें दंपत्ति के बीच तनाव बढ़ाती हैं और रिश्ते को बचाना मुश्किल बना देती हैं।
जोखिम: किसी भी रिश्ते की बुनियाद विश्वास है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति अपने पार्टनर को धोखा दे तो शादी जैसे रिश्ते को टूटने में देर नहीं लगती। क्योंकि टूटे हुए भरोसे को जोड़ना आसान नहीं होता, इसलिए अधिकांश जोड़ों का अंत तलाक में होता है।
पारिवारिक हस्तक्षेप: कई बार ससुराल वाले या मायके पक्ष के लोग पति-पत्नी के बीच अनावश्यक हस्तक्षेप करने लगते हैं, जिससे पति-पत्नी के बीच गलतफहमियां पैदा होती हैं और झगड़े बढ़ते हैं। कई बार परिवार की इस एक गलती के कारण पति-पत्नी के बीच दूरियां इतनी बढ़ जाती हैं कि तलाक के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचता।