हिसार, 19 अप्रैल (हि.स.)। हमें भगवान श्री राम के आदर्शों पर चलकर अपने जीवन को सार्थक बनाना चाहिए। वे मर्यादा पुरुषोत्तम थे और उनके उच्च आदर्श आज भी समाज को प्रेरित करते हैं। इसलिए सभी को भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में अपने फर्ज निभाने चाहिए। यह बात संत शिवदास ने शुक्रवार को महाबीर कालोनी स्थित कबीर सत्संग भवन में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य मुक्ति व मोक्ष है जिसके लिए हर समय सचेत रहते हुए प्रयत्न करने चाहिए। जीवन बहुत थोड़े समय के लिए मिला है और यदि इसे यूं ही व्यसनों, आलस, निद्रा, खान-पान इत्यादि में बिता दिया तो अंत समय में केवल हमें पछतावा ही करना पड़ेगा। इसलिए समय रहते हमें सभी प्रकार से व्यसनों से दूर होकर एकमात्र प्रभु भक्ति और अपनी मुक्ति व मोक्ष पर अपना ध्यान लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें शुभ कर्म करते हुए अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए। इसके अलावा श्री गरीब दास सर्वोच्च पीठाधीश्वर महंत श्री दयासागर ने ऑनलाइन अपने प्रवचन दिए।
संत शिवदास ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम में जगतगुरु आचार्य श्री गरीबदास महाराज की अमृतमयी वाणी का तीन दिवसीय 28वां अखंड पाठ आयोजित किया गया। समाापन अवसर पर गरीबदासी आचार्य पीठाधीश्वर श्री महंत दया सागर द्वारा ऑनलाइन अमृत प्रवचन किया गया। संत शिव दास ने सभी श्रद्धालुओं व सत्संगीजनों से अनुरोध किया कि सभी विकारों से दूर रहकर अधिक से अधिक आध्यात्मिक राह पर चलें और अपने जीवन को सफल बनाएं।