नागौर, 19 अप्रैल (हि.स.)। नागौर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार ज्योति मिर्धा ने कहा कि उन्होंने अशोक गहलोत के कारण पार्टी छोड़ी। कई नेताओं ने भी पार्टी उन्हीं के कारण छोड़ी है। उनका कांग्रेस पार्टी छोड़ने का सबसे बड़ा और सबसे पहला कारण अशोक गहलोत थे।
भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा ने शुक्रवार को अपने वोट का प्रयोग किया। मिर्धा अपने पति नरेंद्र गहलावत के साथ वोट डालने के लिए नागौर की रतन बहन स्कूल के बूथ पर पहुंचीं। इस दौरान ज्योति मिर्धा ने पत्रकारों से बातचीत में इंडी गठबंधन के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल और पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा। मिर्धा ने कहा कि अशोक गहलोत का क्या रुझान है, वो खाली कुर्सियों से पता चल गया। अशोक गहलोत ने बेनीवाल को दत्तक पुत्र बना रखा है। गहलोत उनके पॉलिटिकल पापा हैं।
ज्योति मिर्धा ने हनुमान बेनीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने मेरी लोकसभा की हाजिरी का मुद्दा बनाया। बेनीवाल कहते हैं कि संघर्ष किया है, उनको यह बताना चाहिए कि किस तरह का संघर्ष किया। उनके पास मुद्दे नहीं हैं तो कभी डिग्री, कभी हाजिरी की झूठी बात करते हैं। कभी कहते हैं कि दिल्ली जाकर बिल्ली लाऊंगा और ज्योति के पीछे छोड़ दूंगा। बेनीवाल कभी काम की बात नहीं करते। इंडी गठबंधन के घोषणा पत्र से वो सहमत हैं या नहीं, यह उन्हें बताना चाहिए। धारा 370 को सपोर्ट करते हैं या खिलाफ हैं, यूनिफॉर्म सिविल कोड को सपोर्ट करते हैं या खिलाफ हैं, इन सारी बातों और सवालों का बेनीवाल ने कोई जवाब नहीं दिया।
ज्योति मिर्धा ने कहा कि पहले यह मुद्दा बनाया जाता था कि मैं यहां नहीं रहती। अब मैं यहां रह भी रही हूं और यहां वोट भी डाल दिया है। ज्योति मिर्धा ने पानी के मुद्दे को जिले का सबसे बड़ा मुद्दा बताया और कहा कि अगर वह चुनाव जीतेंगी तो इस मुद्दे का सबसे पहले हल करेंगी।