ज्योतिषशास्त्र में कुंडली में स्थित ग्रहों को मजबूत करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में किसी भी प्रकार का दोष हो तो उसे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आपको बता दें कि यदि चतुर्थ भाव में मंगल अशुभ हो तो व्यक्ति को मंगल से संबंधित दोषों का सामना करना पड़ता है। आपको बता दें कि यह शनि का वर्ष है। इसलिए जिनकी कुंडली में शनिदोष है उन्हें शनिदेव की नियमित पूजा से लाभ मिल सकता है। अब अगर कुंडली में शनि और शुक्र दोष है तो शहद के कुछ उपाय हैं, जो लाभकारी हो सकते हैं। आइए इस लेख में ज्योतिषी पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानें।
शहद का दान करना है लाभकारी
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनिदोष है तो शनिवार के दिन शहद का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति को शुभ परिणाम मिल सकते हैं और शनिदेव की कृपा भी बन जाती है। इसके अलावा व्यक्ति के जीवन में चल रही परेशानियां भी दूर हो सकती हैं।
मिट्टी के बर्तन में शहद रखें
अगर आपकी कुंडली में शुक्र दोष है तो शुक्रवार के दिन मिट्टी के बर्तन में शहद रखें और शहद को इस तरह रखें कि बर्तन पर किसी और की नजर न पड़े। फिर अगले शुक्रवार को उस शहद को किसी ब्राह्मण को दान कर दें। इससे व्यक्ति को शुक्राणु से छुटकारा मिल सकता है। आपको आर्थिक तंगी से भी राहत मिल सकती है।
शनिवार के दिन पिपला के पेड़ पर शहद चढ़ाएं
शनिवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में शनि मंदिर जाएं और सबसे पहले पिपला के पेड़ पर शहद चढ़ाएं और फिर शनिदेव की विधिवत पूजा करें। साथ ही नौ ग्रहों की परिक्रमा भी करता है। इससे कुंडली में ग्रहों की स्थिति में सुधार हो सकता है और व्यक्ति को शुभ फल भी मिल सकते हैं।