प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के बालुरघाट में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर जमकर निशाना साधा और कहा कि टीएमसी अप्रवासियों का समर्थन करती है लेकिन शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए सीएए का विरोध करती है। राज्य में भ्रष्टाचार और अपराध का बोलबाला है. जब केंद्रीय एजेंसियां मामलों की जांच करने आती हैं तो उन पर भी हमला किया जाता है. प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि टीएमसी ने पश्चिम बंगाल को गैंगस्टरों और घुसपैठियों को दे दिया है. उन्होंने संदेशखाली घटना को याद करते हुए कहा कि इस घटना से पूरा देश आज भी स्तब्ध है.
पश्चिम बंगाल में भी रामनवमी भव्य रूप से मनाई जाएगी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री ने बुधवार को रामनवमी होने की याद दिलाते हुए कहा कि यह पहली रामनवमी है जब रामलला अयोध्या में भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं. मैं जानता हूं कि टीएमसी ने हमेशा की तरह रामनवमी समारोह को रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन सच्चाई कायम है। तो कोर्ट से इजाजत मिल गई है और कल रामनवमी का जुलूस पूरी आस्था और भक्ति के साथ निकलेगा.
टीएमसी दलित, आदिवासी महिलाओं को बंधक बनाना चाहती है: पीएम प्रधानमंत्री ने रैली में कहा कि यहां के आदिवासी समुदाय के त्याग और बलिदान का देश पर बहुत बड़ा ऋण है. टीएमसी जैसी पार्टियां दलित, आदिवासी महिलाओं को बंधक बनाकर रखना चाहती हैं। यह चुनाव उन्हें दिखाएगा कि दलित, वंचित और आदिवासी टीएमसी के गुलाम नहीं हैं और न ही होंगे।