हिसार, 16 अप्रैल (हि.स.)। यहां के हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की उन्नत कृषि तकनीकों, शोध कार्यों व नवाचारों का कांगो गणराज्य के किसानों को भी लाभ मिलेगा। इसी कड़ी में कांगो गणराज्य के राजदूत वाबेंगा कालेबो थियो के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने मंगलवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज से मुलाकात की। बैठक में हकृवि के अधिकारियों सहित हरियाणा के प्रगतिशील किसान भी उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को विश्वविद्यालय द्वारा कृषि क्षेत्र में किए जा रहे शोध कार्यों एवं उन्नत किस्म के बीजों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। प्रतिनिधिमंडल को बासमती चावल एवं मक्का की खेती में खासतौर पर सहयोग देने पर चर्चा हुई। बैठक में सदस्यों ने कृषि क्षेत्र में निवेश करने के लिए विशेष रूप से केन्द्रीय कृषि अनुसंधान और कृषि व्यवसाय से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों को स्थापित करने में रूचि दिखाई।
प्रो. कम्बोज ने कहा कि कृषि क्षेत्र से संबंधित नवीनतम तकनीकों को अपनाकर कांगो में आर्थिक विकास को गति प्रदान की जा सकती है। हरियाणा के प्रगतिशील किसानों ने बैठक में सिंचाई की नवीनतम विधियों, जलवायु परिवर्तन, कृषि उपकरण, कृषि पद्धतियों और उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि करने के लिए स्थायी और लाभदायक पद्धति विकसित करने के लिए आपसी तालमेल बढ़ाने पर जोर दिया। बैठक में बीज उत्पादन, कृषि आत्मनिर्भरता, मक्का उत्पादन, जैविक उत्पादों की बढ़ती वैश्विक मांग के अतिरिक्त भोजन की बर्बादी को कम करने, कृषि उपज में मूल्य जोडऩे, भंडारण की बेहतर व्यवस्था करने और फसल कटाई के बाद प्रसंस्करण सुविधाओं में निवेश करने पर जोर दिया।
कांगो गणराज्य के राजदूत वाबेंगा कालेबो थियो ने बताया कि प्रतिनिधि मंडलों के मध्य हुई बैठक से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने, वैज्ञानिकों, विद्यार्थियों एवं किसानों से जुड़े विभिन्न महत्वाकांक्षी कार्यों को गति मिलेगी। विश्वविद्यालय की उन्नत तकनीकों व नवाचारों से कांगो गणराज्य की कृषि संबंधित तकनीकों व उपकरणों में काफी सुधार आएगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर शिक्षा अधिष्ठाता डॉ. केडी शर्मा ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों बारे विस्तृत रिर्पोट प्रस्तुत की। बैठक में अंतरराष्ट्रीय मामलों की प्रभारी डॉ. आशा क्वात्रा ने प्रतिनिधि मंडल के सभी सदस्यों का स्वागत किया। ।
प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विभिन्न स्थलों का दौरा किया। इन स्थलों में डॉ. मंगल सेन संग्रहालय, दीन दयाल उपाध्याय जैविक उत्कृष्टता फार्म, टिशू कल्चर लैब तथा एबिक का दौरा कर हकृवि के वैज्ञानिकों से अनुसंधान एवं तकनीक के बारे में जानकारी प्राप्त की।