रामनवमी शोभायात्रा को लेकर रिषड़ा में माइक प्रचार, रामभक्तों की संख्या को सीमित रखना प्रशासन के लिए चुनौती

हुगली, 16 अप्रैल (हि.स.)। कलकत्ता उच्च न्यायालय से रिषड़ा-श्रीरामपुर में आयोजित होने वाले रामनवमी की शोभायात्रा की अनुमति मिलने के बाद इलाके के रामभक्तों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। उच्च न्यायलय के आदेश के अनुसार रिषड़ा-श्रीरामपुर में आयोजित होने वाले शोभायात्रा में शामिल होने वाले 13 कमिटियों में से प्रत्येक में 200 लोगों को शामिल होना है। साथ ही प्रत्येक कमिटी में 20 स्वयंसेवक होंगे।

अदालत के आदेश के अनुसार शोभायात्रा में अधिकतम 20 गाड़ियां होंगी। लेकिन अयोध्या के भव्य मंदिर में श्री रामलाला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आयोजित होने वाले इस शोभायात्रा में रामभक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। मंगलवार को शोभायात्रा का रूट भगवा झंडों से पट गया था। इस दिन रामभक्तों को माइकिंग कर शोभायात्रा का प्रचार करते हुए देखा गया। माईकिंग के माध्यम से लोगों को बड़ी संख्या में शोभायात्रा में शामिल होने की अपील की जा रही थी। बहरहाल, अदालत के आदेश के अनुसार रामभक्तों की संख्या को सीमित करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।

उलीखनीय है कि गत वर्ष रामनवमी के शोभायात्रा के दौरान रिषड़ा-श्रीरामपुर में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। इस वर्ष प्रशासन की ओर से आयोजकों को लगातार शोभायात्रा का रूट बदलने को कहा जा रहा था। जब पूर्व रूट पर शोभायात्रा की अनुमति नहीं मिली तो आयोजक न्यायालय गए जहां से न्यायालय ने पूर्व रूट पर शोभायात्रा निकालने की सशर्त अनुमति दे दी।