चंडीगढ़, 15 अप्रैल (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा है कि अधिकारी जनता की शिकायतों को गंभीरता से लें। उनके अथवा किसी भी मंत्री द्वारा भेजी जाने वाली शिकायत पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। जनता की समस्याओं का समाधान तय समय के भीतर करना अनिवार्य है।
सोमवार को उत्तर प्रदेश में होने वाली चुनावी जनसभाओं में भाग लेने के लिए रवाना होने से पहले पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि वह अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं कि अगर कोई भी शिकायत उन्हें मार्क की जाती है और वह दोबारा उनके पास आएगी तो संबंधित विभाग के अधिकारी की जवाबदेही तय होगी। अधिकारी को बताना होगा कि उनके द्वारा मार्क की गई शिकायत पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यकाल में शुरू हुई सीएम विंडो पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि बहुत जल्द वह खुद सीएम विंडो की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा प्रदेश का कोई भी नागरिक उनकी उपलब्धता का पता करके उनके आवास पर मुलाकात के लिए आ सकता है। अपने अमले को भी इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। प्रदेश के किसी भी व्यक्ति को उनसे मुलाकात करने के लिए मशक्कत न करनी पड़े।
जो लोग उनके पास अपनी समस्या लेकर आते हैं उसके समाधान हेतु अधिकारियों को त्वरित निर्देश देने के बाद उसका वह खुद भी रिव्यू कर रहे हैं। पड़ोसी राज्यों में चुनाव प्रचार को लेकर सीएम ने कहा कि अभी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में प्रचार के लिए डयूटी लगाई गई है। इसके बाद पार्टी के निर्देशानुसार आगामी राज्यों में प्रचार के लिए जाएंगे। कांग्रेस द्वारा प्रदेश में प्रत्याशियों के ऐलान को लेकर हो रही देरी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हरियाणा में कांग्रेस पिता-पुत्र तक सिमट गई है। कांग्रेस परिवारवाद के आगे कुछ नहीं सोच रही है। इसलिए टिकट आवंटन में देरी हो रही है।