लोकसभा चुनाव 2024: देशभर में लोकसभा चुनाव की धूम है, सभी पार्टियां जोर-शोर से प्रचार कर रही हैं. इस बीच कांग्रेस अपनी खोई साख वापस पाने की कोशिशों में जुटी है. कांग्रेस काफी सोच-विचार के बाद उम्मीदवार उतार रही है. इस बार पार्टी ने चंडीगढ़ लोकसभा सीट से वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनीष तिवारी को मैदान में उतारा है.
आखिरकार मनीष तिवारी की इच्छा पूरी हो गई
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए चंडीगढ़ सीट से मनीष तिवारी को उम्मीदवार बनाया है. 1991 से ही मनीष तिवारी चंडीगढ़ से टिकट की मांग कर रहे थे. लेकिन यहां से उन्हें टिकट नहीं मिला. हालांकि, 2024 के चुनाव में उनकी ये इच्छा पूरी हो गई है.
टिकट मिलने पर पार्टी नेताओं का आभार जताया
चंडीगढ़ से टिकट मिलने पर मनीष तिवारी ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, मौजूदा पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला और प्रियंका गांधी वाड्रा को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा, ‘मेरा जन्म चंडीगढ़ में हुआ और स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई यहीं से की.’
बीजेपी ने दिग्गज नेता संजय टांड को टिकट दिया
गौरतलब है कि बीजेपी ने चंडीगढ़ से दिग्गज नेता संजय टंडन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश भाजपा के सह-प्रभारी हैं और उन्होंने चंडीगढ़ में संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। संजय टंडन के पिता का नाम बलरामजी दास टंडन है, उनकी गिनती पंजाब में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में होती है। वह चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
चंडीगढ़ लोकसभा सीट का समीकरण
साल 2014 में चंडीगढ़ सीट से बीजेपी की किरण खेर 1 लाख 91 हजार 362 वोटों से जीती थीं. कांग्रेस के पवन बंसल दूसरे स्थान पर रहे. उन्हें 1 लाख 21 हजार 720 वोट मिले. तो वहीं तीसरे स्थान पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार गुलकीरत कौर पनाग को 1 लाख 8 हजार 679 वोट मिले. 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी उम्मीदवार किरण खेर ने 2 लाख 31 हजार 188 वोट पाकर जीत हासिल की थी. कांग्रेस के पवन कुमार बंसल को 1 लाख 84 हजार 218 वोट और आप के हरमोहन धवन को 13781 वोट मिले.