दलहन, तिलहन और धान की ग्रीष्मकालीन फसलों की बुआई बढ़ाएँ

नई दिल्ली: ग्रीष्मकालीन फसलों की बुआई जोरों पर चल रही है. चालू गर्मी के मौसम में दलहनी, तिलहनी फसलों और धान की खेती में बढ़ोतरी देखी जा रही है। दालों की बढ़ती कीमतों के बीच दालों का रकबा बढ़ना उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है।

 चालू गर्मी सीजन में धान का रकबा करीब 11 फीसदी बढ़कर 29.44 लाख हेक्टेयर हो गया है. इस सीजन की मुख्य दलहन फसल मूंग है. गर्मी के सीजन में 5 अप्रैल तक 6.52 लाख हेक्टेयर में मूंग की बुआई हो चुकी है. पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 6.33 लाख हेक्टेयर था. जाहिर है इस गर्मी के सीजन में आम के रकबे में 3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

इस सीजन की दूसरी प्रमुख दलहन फसल का क्षेत्रफल 5.6 फीसदी बढ़ा है. 5 अप्रैल तक उड़द की बुआई 2.23 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस तारीख तक उड़द की बुआई 2.11 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी.

चालू गर्मी के सीजन में अब तक दालों की कुल बुआई 8.97 लाख हेक्टेयर दर्ज की गई है, जो पिछली इसी अवधि की कुल बुआई 8.70 लाख हेक्टेयर से 3.10 फीसदी ज्यादा है.

चालू गर्मी के मौसम में तिलहनी फसलों के रकबे में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है. इस सप्ताह तक कुल 8.48 लाख हेक्टेयर तिलहनों की बुआई हो चुकी है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में बोये गये कुल 8.26 लाख हेक्टेयर तिलहनों से अधिक है।

मूंगफली ग्रीष्म ऋतु की सबसे बड़ी तिलहनी फसल है। इस सप्ताह तक 3.89 लाख हेक्टेयर में मूंगफली की बुआई हो चुकी है। पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 3.77 लाख हेक्टेयर था.