जोधपुर, 13 अपे्रल (हि.स.)। जयपुर के कांवटिया अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर पर हुई कार्रवाई के विरोध में जोधपुर के डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स भी हड़ताल पर उतर आए है। उन्होंने एक दिन पहले शुक्रवार को सुबह दो घंटे तक कार्य बहिष्कार किया था। मांगें नहीं मानने पर शनिवार सुबह वे सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के बाहर प्रदर्शन भी किया। इस हड़ताल से चिकित्सकीय व्यवस्थाएं चरामरा गई है। हड़ताल का असर पहले दिन ही दिखाई दिया। हालांकि कॉलेज प्रशासन की तरफ से सीनियर चिकित्सकों को अस्पतालों में लगाया गया है।
रेजिडेंट डॉक्टर्स अध्यक्ष डॉ. रविंद्र चारण ने बताया कि जयपुर में भेदभावपूर्ण कार्रवाई में पांच रेजिडेंट को निलंबित कर दिया गया। इससे प्रदेशभर में रेजिडेंट्स में रोष व्याप्त है। जयपुर में डॉक्टरों की हड़ताल के समर्थन में शनिवार सुबह से जोधपुर में भी रेजिडेंट डॉक्टरों ने पूर्ण कार्य बहिष्कार कर दिया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के बाहर एकत्रित होकर प्रदर्शन भी किया। रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से आउटडोर, इमरजेंसी, आईसीयू, वार्ड की सेवाएं बाधित हुईं। दरअसल जयपुर के कांवटिया हॉस्पिटल में महिला का खुले में प्रसव करवाने के प्रकरण में रेजिडेंट डॉक्टरों को दोषी बनाने के विरोध में जयपुर में हड़ताल चल रही है। इसी के समर्थन में जोधपुर में भी रेजिडेंट डॉक्टरों ने सरकार का विरोध जताया।
यहां पर प्रभावित हुई व्यवस्थाएं
जोधपुर में डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों में साढ़े पांच सौ रेजिडेंट डॉक्टर पीजी कर रहे हैं। उनकी हड़ताल से एमडीएम अस्पताल, महात्मा गांधी अस्पताल, कमला नगर चेस्ट हॉस्पिटल और उम्मेद अस्पताल में सेवाएं प्रभावित हुईं। रेजिडेंट डॉक्टर्स ने आउटडोर, इमरजेंसी, आईसीयू, वार्ड का बहिष्कार किया। हड़ताल का असर पहले दिन ही दिखाई दिया। अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतारें लग गईं। इस दौरान अस्पताल में एकबारगी आउटडोर व वार्डों में व्यवस्थाएं चरमरा गईं। जल्दी नंबर नहीं लगने के कारण कई बुजुर्ग अपनी बारी का इंतजार करते थक गए और जमीन पर ही बैठ गए। हालांकि सुबह अस्पतालों में सीनियर्स ने कमान संभाल ली थी लेकिन वह नाकाफी रही।