फिरोजपुर: फिरोजपुर के एक निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स की संदिग्ध मौत का मामला रहस्य बनता जा रहा है। इस संबंध में जहां निजी अस्पताल के कर्मचारी और मालिक इसे आत्महत्या का मामला बता रहे हैं, वहीं मृतक के परिजन आरोप लगा रहे हैं कि उनकी बेटी की हत्या की गई है. मृतक स्टाफ नर्स नवनीत कौर के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को साजिश के तहत अस्पताल में न सिर्फ मारा गया, बल्कि अस्पताल स्टाफ ने सीसीटीवी फुटेज भी डिलीट कर दी. उन्होंने आरोप लगाया कि नवनीत की मौत के 5 दिन बाद भी स्थानीय सिविल अस्पताल ने मृतक का पोस्टमार्टम करने की बजाय उसे फरीदकोट के गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया है.
जानकारी देते हुए नवनीत कौर के पिता सुखबीर सिंह ने बताया कि उनकी बेटी पिछले दो साल से अस्पताल में स्टाफ नर्स के तौर पर काम कर रही थी. 7 अप्रैल की रात उसी अस्पताल में कार्यरत उनकी भतीजी ने फोन कर बताया कि नवनीत की मौत हो गयी है और उसका शव हॉस्टल के कमरे में पड़ा है. सुखबीर ने बताया कि जब वह अस्पताल पहुंचे तो नवनीत का शव इमरजेंसी वार्ड में पड़ा था। इसके बाद जब मैंने अस्पताल से बात की तो उन्होंने कोई ठोस जवाब नहीं दिया. सुखबीर सिंह ने कहा कि, ”इतना ही नहीं, सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी डिलीट कर दी गई, जिससे हमें शक है कि नवनीत की हत्या एक साजिश के तहत की गई है.” सुखबीर सिंह ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया, लेकिन सिविल अस्पताल के डॉक्टर ने पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया और मामले को फरीदकोट मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया.
फॉरेंसिक एक्सपर्ट की देखरेख में होता है पोस्टमार्टम : डॉ
उधर, इस संबंध में सिविल अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि मामला संदिग्ध होने के कारण ही इसे गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज फरीदकोट रेफर किया गया है। उन्होंने कहा कि जब किसी मामले में हत्या का संदेह होता है तो शव का पोस्टमॉर्टम मेडिकल कॉलेज से ही कराना पड़ता है, जहां फॉरेंसिक एक्सपर्ट की देखरेख में पोस्टमॉर्टम किया जाता है.
शव का पोस्टमार्टम कराकर 174 की कार्रवाई की गई
इस संबंध में पूछे जाने पर एसपी जांच रणधीर कुमार ने बताया कि पुलिस ने नवानिक कौर के शव का पोस्टमार्टम कराते हुए 174 की प्रक्रिया अमल में लायी है. हत्या के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.