नैनीताल, 12 अप्रैल (हि.स.)। विश्व प्रसिद्ध नैनी सरोवर में लगातार जल स्तर घट रहा है। फलस्वरूप अप्रैल माह के पहले पखवाड़े में ही झील के किनारे कई स्थानों पर डेल्टा यानी पानी की जगह मिट्टी की सतह नजर आने लगी है। अभी तो गर्मियों का मौसम शुरू हुआ है, जब नगर में सैलानियों की संख्या भी बढ़ेगी और इसके साथ पानी की खपत भी बढ़ेगी, तब समस्या बढ़ सकती है।
नगर में पेयजल के रूप में नैनी झील से ही परोक्ष तौर पर यानी झील किनारे बने कुओं से पानी लिया जाता है, और इन कुओं में जल स्तर गिरने पर झील से सीधे भी पेयजल लिया जाता है और फिल्टर प्लांट के माध्यम से शुद्ध कर इसकी घरों व होटलों में आपूर्ति की जाती है।
जून में आ सकता है शून्य के स्तर पर
झील नियंत्रण कक्ष के अनुसार अभी झील में जल स्तर तय पैमाने में 3.38 फिट है और इसमें हर तीन दिन में दो इंच गिरेगा। जल स्तर गिरने की यही दर रहने पर भी झील का जल स्तर अगले 58 दिनों में यानी 10 जून तक और खपत बढ़ने पर इससे पहले ही शून्य तक पहुंच सकता है। अलबत्ता बता दें कि झील का जल स्तर शून्य आने का अर्थ झील का पूरी तरह सूखना नहीं, बल्कि तय पैमाने से नीचे आ जाना होता है। यानी झील के चारों ओर पानी की जगह सूखी जमीन नजर आने लगेगी।