खूंटी, 11 अप्रैल (हि.स.)। खूंटी तथा आसपास के विभिन्न गांवों में गुरुवार को सरहुल का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। पाहनों और सरना धर्म गुरुओं की अगुवाई में अपने-अपने गांव के सरना स्थलों में भगवान सिंङबोंगा का पूजा-पाठ कर व पुरखों को याद किया और खूंटी और देश की खुशहाली की कामना की।
लोगों ने एक-दूसरे को सखुआ फूल लगाकर प्रेम और भाईचारा का संदेश दिया, महिलाओं अपने कोपा और पुरुष ने कानों पर सखुआ फूल लगाए। इस अवसर सरहुल पूजा महासमिति के तत्वावधान में विशाल सरहुल शोभायात्रा निकाली गई और भाईचारा का संदेश दिया गया। सरना धर्मावलंबी अपने-अपने गांवों के पहानों की अगुवाई में सखुआ फूल, अरवा चावल, जल व सरना झंडों के साथ कचहरी पार्क के पास इकट्टा हुए।
शोभायात्रा के दौरान कचहरी पार्क, बिरसा कॉलेज, भगत सिंह चौक एवं नेताजी चौक में स्थापित स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाओं पर सखुआ फूल अर्पित किए गए। इस अवसर पर धर्मगुरु बगरय मुंडा ने कहा कि सरहुल को प्रेम और भाईचारा के साथ मनाना चाहिए और सरहुल महोत्सव व शोभायात्रा को सरकार द्वारा घोषित छुट्टी के दिन ही सभी जगहों पर मनाया जाए, ताकि लोग सरकारी अवकाश से वंचित न हो। हमारा प्रयास है कि अलग-थलग हुए समाज के लोगों को सुसंगठित कर सरना धर्मावलंबियों के धार्मिक, समाजिक अस्तित्व और अस्मिता को बचाया जा सके। इस अवसर पर धर्मगुरु बगरय मुंडा, धर्मगुरु सोमा कंडीर, सुगुन दास मुंडा, सुधा मुंडू, चंद्रप्रभात मुंडा, सनिका बोदरा, मंगा ओड़ेया, राम तोपनो,, सुगना पाहन आदि मौजूद थे।