कई बार लोग सोचते हैं कि रिटायरमेंट के बाद खर्च कम हो जाते हैं, जबकि आमतौर पर ऐसा नहीं होता है। इसके विपरीत कई बार खर्चे बढ़ जाते हैं और कर्ज लेने की नौबत आ जाती है। ऐसे में आपको अपना क्रेडिट स्कोर अच्छा रखना चाहिए, इससे आपको आसान शर्तों और रियायती दरों पर लोन मिलने में मदद मिलती है।
आइए जानते हैं कि एक अच्छा क्रेडिट स्कोर रिटायरमेंट के बाद कैसे आपकी मदद करता है।
मेडिकल खर्चों का प्रबंधन
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं किसी को भी हो सकती हैं, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ ये समस्याएं और भी गंभीर हो जाती हैं। खासकर रिटायरमेंट के बाद जब जीवन के 60 साल पूरे हो जाते हैं तो गंभीर बीमारियां भी परेशान करने लगती हैं। ऐसे में पूरी संभावना है कि किसी मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में आपको एकमुश्त बड़ी रकम की जरूरत पड़ सकती है. अगर कोई मेडिकल इमरजेंसी आती है तो आपके अच्छे क्रेडिट स्कोर के कारण आपको आसान शर्तों पर लोन मिल सकता है।
बिजनेस शुरू करने में मदद
हममें से ज्यादातर लोग रिटायरमेंट के बाद अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का सपना देखते हैं। कई बार लोग रिटायरमेंट से पहले पीएफ जैसी स्कीम से पैसा निकाल लेते हैं. ऐसे में रिटायरमेंट के बाद उनके पास इतना पैसा नहीं होता कि वे अपना खुद का बिजनेस शुरू कर सकें। इस स्थिति में भी कर्ज लेने की नौबत आ सकती है. अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आपको रियायती दर पर बिजनेस लोन मिल जाएगा।
घर खरीदने के लिए भी जरूरी
रिटायरमेंट के बाद कई लोग नया घर या जमीन खरीदना चाहते हैं। इसके लिए हम जीवनभर पाई-पाई जुटाते हैं। लेकिन, कई बार सारी बचत जोड़ने के बाद भी घर और जमीन खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं होते हैं। ऐसे में आपको होम लोन लेना पड़ सकता है. अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आप आसानी से होम लोन ले सकते हैं और अपनी पसंद की जगह पर घर खरीद सकते हैं।