कौन है वो नेता जिसके लिए बीजेपी ने चंडीगढ़ सीट से अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर का भी टिकट काट दिया

लोकसभा चुनाव 2024: आखिरकार लंबे इंतजार के बाद बीजेपी ने चंडीगढ़ लोकसभा उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने यहां से बीजेपी के दिग्गज नेता संजय टंडन को अपना उम्मीदवार चुना है. वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश भाजपा के सह-प्रभारी हैं और उन्होंने चंडीगढ़ में संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जानकारी के मुताबिक, संजय टंडन के पिता का नाम बलरामजी दास टंडन है, उनकी गिनती पंजाब में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में होती है। वह चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।

कौन हैं संजय टंडन?

संजय टंडन फिलहाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. उनके पिता बलराम दास टंडन चौदह वर्षों तक पंजाब में पार्षद और दो बार विधायक रहे। संजय टंडन ने अपनी प्राथमिक शिक्षा डीएवी स्कूल, चंडीगढ़ से प्राप्त की। और चंडीगढ़ कॉलेज से बी.कॉम के साथ ग्रेजुएशन किया। वह इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट्स के फेलो सदस्य भी हैं।

 

 

चंडीगढ़ लोकसभा सीट का समीकरण

साल 2014 में चंडीगढ़ की इस सीट से बीजेपी की किरण खेर 1 लाख 91 हजार 362 वोटों से जीती थीं. कांग्रेस के पवन बंसल दूसरे स्थान पर रहे. उन्हें 1 लाख 21 हजार 720 वोट मिले. तो वहीं तीसरे स्थान पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार गुलकीरत कौर पनाग को 1 लाख 8 हजार 679 वोट मिले. 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी उम्मीदवार किरण खेर ने 2 लाख 31 हजार 188 वोट पाकर जीत हासिल की थी. कांग्रेस के पवन कुमार बंसल को 1 लाख 84 हजार 218 वोट और आप के हरमोहन धवन को 13781 वोट मिले. 

 

 

इस बार क्यों दिलचस्प है ये चुनाव?

फिलहाल कांग्रेस ने इस सीट से अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है. लेकिन कहा जा रहा है कि इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी के बीच टिकट को लेकर खींचतान हो गई है. इधर, राजनीतिक गलियारों में अटकलें हैं कि मेयर चुनाव में कांग्रेस ने आप को समर्थन दिया था. जिसके चलते आम आदमी पार्टी यहां से अपना उम्मीदवार नहीं उतार रही है. पवन बंसल के नाम अब तक चंडीगढ़ सीट से जीत की हैट्रिक का रिकॉर्ड है. पवन बंसल ने 1999, 2004 और 2009 में चंडीगढ़ लोकसभा से लगातार तीन बार जीत हासिल की है।