आस्था के जोत से जगमगाए देवी मंदिर,मंदिरों में श्रध्दालुओं की भीड़

धमतरी, 9 अप्रैल् (हि.स.)।मां अम्बे का भक्तिपूर्ण पूजन का पर्व चैत्र नवरात्र मंगलवार नौ अप्रैल से प्रारंभ हो गया। देवी मंदिरों में सुबह से श्रद्धालु माता का दर्शन करने मंदिर पहुंचने लगे थे। शहर की आराध्य देवी मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर (बिलाई माता) समेत अन्य देवी मंदिरों में सुबह व शाम को श्रध्दालुओं की भीड़ उमड़ी। देवी मंदिर देर शाम मनोकामना ज्योत सेे जगमगाने लगे।

शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित देवी मंदिरों में चैत्र नवरात्र से भक्ति पूर्ण माहौल बनना शुरू हो गया है। शहर के विभिन्न् मंदिरों में नौ दिनों के लिए मनोकामना जोत प्रज्वलित किए गए हैं। मंगलवार को शुभ मुहूर्त में पंडितों ने जोत प्रज्जवलित किए। इस साल चैत्र नवरात्र पर विंध्यवासिनी मंदिर में 1441 से अधिक , अंगारमोती मंदिर में 2806 दंतेश्वरी मंदिर रिसाईपारा में तेल एवं घी के 149, शीतला मंदिर में 120, दुर्गा मंदिर पवार हाऊस में 46, काली मंदिर रुद्री रोड में 140, रिसाईमाता मंदिर, डाकबंगला वार्ड स्थित काली मंदिर, हटकेशर के कामना मंदिर, दानीटोला वार्ड स्थित शीतला मंदिर, शिव चौक स्थित वैष्णव मंदिर, गायत्री मंदिर, बस स्टैण्ड स्थित काली मंदिर, रत्नाबांधा के रत्नेश्वरी मंदिर,बठेना स्थित दुर्गा मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में मनोकामना ज्योत प्रज्जवलित किए गए हैं।

चैत्र नवरात्र के चलते के गांवों में जसगीत, देवी जागरण सहित कई विविध धार्मिक कार्यक्रम की शुरूआत भी हो गई है। पूरे चैत्र नवरात्र तक पुरूर के मौली माता मंदिर, जगतरा समिति दुर्गा मंदिर, कनेरी स्थित मां काली मंदिर सहित आमदी, कुकरेल, भखारा,कोलियारी, भटगांव, सोरम, नवागांव, लोहरसी में कई कार्यक्रम होंगे। चैत्र नवरात्र में उपवास रखकर देवी अराधना करने करने वाले व्रतधारी श्रध्दालु फलाहार करते हैं। ऐसे में फलों की डिमांड भी बढ़ जाती है। नवरात्र के एक दिन पूर्व से ही फलों की कीमतों में 10 से 20 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हो गई है।