नई दिल्ली: गर्मियों में आमतौर पर दूध का उत्पादन कम हो जाता है लेकिन इस बार इसका बुरा असर पड़ने की आशंका है. मौसम विभाग ने इस गर्मी में भीषण गर्मी पड़ने की आशंका जताई है. विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी की लहर और जलाशयों के सूखने से डेयरी मवेशियों के लिए चारे और पानी की कमी हो सकती है। जिससे आने वाले दिनों में दूध उत्पादन प्रभावित हो सकता है. अगर ऐसा हुआ तो दूध के दाम बढ़ने की भी संभावना बढ़ गयी है.
4 अप्रैल के आंकड़ों के मुताबिक, देश के 150 प्रमुख जलाशयों में जल स्तर 35 फीसदी है, जो एक साल पहले की तुलना में 17 फीसदी और पिछले 10 साल के औसत से दो फीसदी कम है. देश के कई राज्यों में लू चलने की आशंका है. साथ ही बड़े जलाशयों में जल स्तर भी काफी कम हो गया है. जिससे पशुओं के लिए पानी की कमी हो सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस गर्मी में तापमान औसत से ऊपर रहने की उम्मीद है। खासकर महाराष्ट्र, ओडिशा और दक्षिणी राज्यों में ऐसा हो सकता है. जलाशयों में जलस्तर घटने से आने वाले दिनों में देश में पानी की कमी हो सकती है।
इससे पशुओं के लिए पानी की अपर्याप्त आपूर्ति होगी और दूध उत्पादन प्रभावित हो सकता है, इस बार पूरे देश में तापमान सामान्य से ऊपर रहने की उम्मीद है लेकिन मध्य और पश्चिमी क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होने की उम्मीद है।