खूंटी में अदा की गई रमजान के अलविदा जुम्मे की नमाज, शांति और खुशहाली की मांगी गई दुआ

खूंटी, 5 अप्रैल (हि.स.)। रमजान के पवित्र माह में पड़ने वाले अंतिम शुक्रवार को मुस्लिम धर्मावलंबियों ने शहर के कर्रा रोड स्थित जामा मस्जिद, पाशा कॉलोनी स्थित मस्जिद ए जोहरा, जन्नत नगर स्थित मदीना मस्जिद सहित सिल्दा गांव के मस्जिदे अक्सा और जिला के अन्य मस्जिदों में श्रद्धा एवं उत्साह के साथ अंतिम जुम्मे की नमाज अदा की।

इस दौरान नमाजियों ने देश में शांति और खुशहाली के साथ ही अल्लाह ताला से बरकत की दुआएं मांगी गई। पाक माह रमजान के आखिरी जुम्मे को अलविदा जुम्मे की नमाज के लिए मस्जिदों में विशेष तैयारी की गई थी। मस्जिदों में अलविदा जुम्मे की नमाज के लिए रोजेदारों के साथ ही अन्य नमाजियों की काफी भीड़ देखी गई। इस दौरान इमाम साहब ने सभी को बुरे कामों से परहेज करने को कहा।

उन्होंने कहा कि लोगों को अल्लाह के बताए रास्ते पर चलते हुए अल्लाह पाक की इबादत करनी चाहिए, केवल दिखावे के लिए इबादत करने से अल्लाह खुश नहीं होंगे बल्कि नाराज ही होंगे। इसके साथ ही उन्होंने मां-बाप की सेवा को सबसे बड़ी इबादत बताते हुए कहा कि मां-बाप को नाराज करने से अल्लाह कोई इबादत कबूल नहीं करते।

उन्होंने फितरा और जकात को लेकर कहा कि प्रति व्यक्ति 60 रुपए के हिसाब से फितरा निकालना है। अगर कोई आर्थिक रूप से मजबूत हैं तो वे अधिक से अधिक फितरा की रकम निकाल सकते हैं। जकात के बारे में बताया कि अपनी संपत्ति के नगद अथवा सोना चांदी आदि मूल्य का ढाई प्रतिशत जकात निकालना है। इस पर गरीबों का हक है।